भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट में मुरली विजय ने बनाए शानदार 136 रन। © Getty Images
भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट का कल तीसरा दिन था और भारतीय बल्लेबाजी पूरी रह इंग्लैंड पर भारी पड़ी। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय जिनकी फॉर्म पर दो टेस्ट मैचों में न चल पाने के कारण सवाल उठने लगे थे, उन्होंने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से सभी विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दे दिया। विजय ने वानखेड़े के मैदान पर शानदार शतक जमाया और भारत को एक ठोस शुरूआत दिलाई। भारतीय टीम के कोच अनिल कुंबले ने भी मीडिया के विजय के प्रदर्शन को लेकर सवाल पूछे जाने पर कहा था कि विजय अच्छी फॉर्म में हैं और वह जल्द ही बड़ा स्कोर बनाएंगे। ये भी पढ़ें: भारत बनाम इंग्लैंड, चौथा टेस्ट, चौथा दिन(लाइव ब्लॉग): भारत ने ली 50 रनों से ऊपर की लीड
विजय काफी लंबे समय से भारत के ऐसे एकमात्र ओपनर हैं जो न तो चोटिल हुए हैं और न ही किसी और वजह से टीम से बाहर हुए हैं। उनके जोड़ीदार लगातार बदलते रहे लेकिन विजय भारतीय टीम में अपनी जगह बनाए हुए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट में विजय ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 282 गेंदों में 136 रन जड़े जिसकी बदौलत भारत का स्कोर 400 तक पहुंच गया। इस पारी में विजय ने दस चौके और तीन छक्के भी जड़े। विजय की यह शतकीय पारी समाप्त हुई आदिल राशिद के ओवर में जब राशिद की गेंद को सामने की तरफ खेलने के चक्कर में वह गेंदबाज को ही कैच थमा बैठे। दिन का खेल खत्म होने के बाद अपनी पारी के बारें में बात करते हुए वह काफी भावुक हो गए। विजय ने बताया कि आठ दिसंबर को उनके एक करीबी दोस्त के पिता का देहांत हो गया। मैच की वजह से विजय अपने दोस्त से मिलने नहीं जा पाए। उन्होंने यह भी बताया कि उनके इस दोस्त ने हर मुश्किल में उनका साथ दिया है इसलिए विजय ने अपना यह शतक उसके दिवंगत पिता को समर्पित किया। ये भी पढ़ें: मुरली विजय ने वो कर दिखाया जो पिछले 14 सालों में अन्य कोई भारतीय ओपनर नहीं कर पाया
बीसीसीआई के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से विजय के इस साक्षात्कार का वीडियो पोस्ट किया गया है। इस वीडियों में विजय ने कहा, ” अगर सच कहूं तो यह मेरे लिए काफी भावुक टेस्ट मैच था क्योंकि पहले दिन मेरे दोस्त के पिता का देहांत हो गया। लेकिन मैं यह शतक उन्हें और उनके परिवार को समर्पित करना चाहूंगा क्योंकि वह हमेशा मेरे साथ खड़े रहे थे और मैं उनके अंतिम समय में भी उनके पास नहीं था। मैं आशा करता हूं कि वह जहां भी होंगे खुश होंगे।”