भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और जूनियर कोच राहुल द्रविड़ सोमवार को दो साल के अनुबंध पर बेंगलुरू में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) की जिम्मेदारी संभालेंगे।
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एनसीए क्रिकेट प्रमुख के तौर पर द्रविड़ क्रिकेटरों की अगली पीढ़ी को निखारेंगे और जूनियर क्रिकेट के लिए खाका तैयार करेंगे।
वह उभरती हुई महिला क्रिकेटरों के प्रदर्शन का भी आकलन करेंगे। इसके अलावा एनसीए वह क्षेत्रीय क्रिकेट अकादममियों में कोचिंग स्टाफ की नियुक्ति करेंगे। वह चोटिल क्रिकेटरों के लिए एनसीए के रिहैब कार्यक्रम की भी जिम्मेदारी संभालेंगे।
इस भूमिका का मतलब है कि वह इंडिया ए और अंडर-19 टीमों के साथ यात्रा नहीं कर पाएंगे जैसे वह किया करते थे। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज पारस म्हाम्ब्रे और अभय शर्मा जूनियर टीम के सहयोगी स्टाफ का हिस्सा रहेंगे।
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बीसीसीआई के एक अधिकारी ने शनिवार को हुई प्रशासकों की बैठक (सीओए) के बाद से कहा, ‘वह इंडिया ए और अंडर-19 टीमों के साथ यात्रा करेंगे लेकिन पूरे दौरे के लिए नहीं। यह काफी बड़ी जिम्मेदारी है और इससे उन्हें जूनियर टीमों के बजाय एनसीए में ज्यादा समय व्यतीत करना होगा।’
उन्होंने कहा, ‘म्हाम्ब्रे और शर्मा ए और अंडर-19 टीमों के साथ जारी रहेंगे। हालांकि हम कोचिंग स्टाफ को मजबूत करने की कोशिश करेंगे।’
बैठक में बीसीसीआई नैतिक अधिकारी और उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश डीके जैन के वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली पर दिए गए आदेश के संदर्भ में मौजूदा और पूर्व खिलाड़ियों के हितों के टिकराव संबंधित मुद्दे पर भी चर्चा की गई।
बीसीसीआई को जैन के आदेश को लागू करना होगा लेकिन बोर्ड इस पर फैसला लेने में जल्दबाजी नहीं करना चाहता। अधिकारी ने कहा, ‘हम आदेश का आकलन करेंगे। हम अपनी कानूनी टीम की राय भी लेंगे। इस समय यह कहना मुश्किल है कि हम इस पर फैसला कब करेंगे।’