भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने बीसीसीआई पर जमकर निशाना साधा है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के तीसरे दिन के खेल से पहले शास्त्री ने खिलाड़ियों, फ्रैंचाइजी क्रिकेट और बीसीसीआई पर अपनी राय रखी. शुक्रवार को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के तीसरे दिन से पहले शास्त्री ने कहा कि अगर खिलाड़ियों के फ्रैंचाइजी क्रिकेट में खेलने से फिटनेस पर असर पड़ता है तो फिर विचार करने की जरूरत है.
शास्त्री ने चिर-परिचित बेबाक अंदाज में अपनी बात कही. उन्होंने आधिकारिक प्रसारणकर्ता से बातचीत से कहा, ‘पहले तो यह तय करो कि टेस्ट क्रिकेट प्राथमिकता है या फिर फ्रैंचाइजी क्रिकेट. अगर फ्रैंचाइजी क्रिकेट प्राथमिकता है तो बात खत्म. और अगर यह टेस्ट क्रिकेट प्राथमिकता है तो फिर इसके बारे में विचार करना चाहिए. बीसीसीआई, जो भारत में खेल की संरक्षण संस्था है, को विचार करना होगा कि आखिर उसे किस तरफ खेल को लेकर जाना है.’
शास्त्री ने आईपीएल फ्रैंचाइजी और बीसीसीआई को सलाह दी. उन्होंने गुस्से में कहा, ‘बीसीसीआई को चाहिए कि वह आईपीएल के अनुबंध में एक नियम जोड़े कि अगर बोर्ड को लगेगा कि अमुक खिलाड़ी की जरूरत उसे देश की टीम के लिए है तो वह फ्रैंचाइजी से उसे आराम करने को कह सकता है. और फ्रैंचाइजी को ऐसा करना होगा. ठीक है कि फ्रैंचाइजी ने पैसा डालकर खिलाड़ी को खरीदा है. लेकिन बोर्ड को पहले यह नियम डालना चाहिए और उसके बाद फ्रैंचाइजी को कहना चाहिए कि वह खिलाड़ी को खरीदे.’
इसी बातचीत में पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने भी कहा कि यह खिलाड़ी को तय करना है कि उसकी प्राथमिकता क्या है. हरभजन ने कहा, ‘बोर्ड हर खिलाड़ी पर नजर नहीं रख सकता. यह खिलाड़ी को देखना है कि उनका शरीर कैसा है. अगर आईपीएल के बाद वर्ल्ड कप है तो एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे देखना है कि मैं आईपीएल में खेलूं या बीच में ब्रेक लूं. मैं निजी तौर पर ब्रेक ले लूंगा. अपनी प्रायरिटी आपने तय करनी है.’
हरभजन ने कहा, ‘आप फ्रैंचाइजी क्रिकेट खेलकर बड़े नहीं बन सकते. आपको बड़ा बनने के लिए भारत के लिए खेलना होगा. तो आपको ही अपनी प्राथमिकता तय करनी है.’