×

संजय मांजरेकर ने कहा, कोहली को जारी रखना होगा परफॉर्मेंस, मो. शमी गेंदबाजी में बेहतरीन विकल्प

संजय ने कहा, विराट को ख़ुद पर काफ़ी भरोसा है, जिसके कारण वह लगातार उत्कृष्टता को ढूंढने का प्रयास करते हैं, विराट एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो बहुत आत्मविश्वासी हैं और अपने खेल को उत्कृष्ट बनाने का प्रयास करते हैं.

Sanjay Manjrekar

विराट कोहली ने टी-20 विश्व कप से पहले धमाकेदार वापसी की है. एशिया कप के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भी कोहली का बल्ला चला है. विराट के हालिया बल्लेबाज़ी प्रदर्शन पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर और संजय मांजरेकर ने कहा है कि विराट लय में आ चुके हैं, अब बस उन्हें इस लय को बड़ी प्रतियोगिताओं के दौरान भी जारी रखना है.

ईएसपीएन क्रिकइंफो के अनुसार स्पोर्ट्स 18 के दैनिक स्पोर्ट्स न्यूज़ शो ‘स्पोर्ट्स ओवर द टॉप’ में मांजरेकर ने कहा कि एशिया कप के हर मैच में उन्हें रन मिले थे और उनकी बल्लेबाज़ी में काफ़ी कुछ सुधार आ रहा था. मुझे लगता है कि उनकी बल्लेबाज़ी में पावर गेम वापस आ गया है। उन्हें अपने पावर गेम पर भरोसा है। एक समय था जब वह रन बना रहे थे लेकिन उनका पावर गेम उनके इशारे पर काम नहीं कर रहा था। हालांकि वह होने लगा है। वह लंबे-लंबे शॉट्स लगा रहे हैं.

संजय के अनुसार विराट को ख़ुद पर काफ़ी भरोसा है, जिसके कारण वह लगातार उत्कृष्टता को ढूंढने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि विराट एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो बहुत आत्मविश्वासी हैं और अपने खेल को उत्कृष्ट बनाने का प्रयास करते हैं। हालांकि लंबे समय से उनके बल्ले से रन नहीं आ रहे थे। शायद उनका आत्मविश्वास भी थोड़ा सा हिला हुआ था। एशिया कप के दौरान वह धीरे-धीरे लय में दिखने लगे थे। वह बढ़िया पुल शॉट लगा रहे थे। उनके सिक्सर अब सीमा रेखा के पार काफ़ी दूर जाकर गिर रही थी। कुल मिला कर विराट अब फ़ॉर्म में दिख रहे हैं और उन्हें इस लय को बड़े मौक़ों पर भी ज़ारी रखना चाहिए।

मांजरेकर ने आगे भारत-ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला में भुवनेश्वर कुमार और हर्षल पटेल के प्रदर्शन पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि भुवनेश्वर कुमार के प्रदर्शन पर किसी तरह का सरल या सीधा जवाब नहीं दिया जा सकता है। हालांकि मुझे लगा रहा है कि भुवनेश्वर काफ़ी ज़्यादा क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्होंने इस सीरीज़ में आने से पहले लगभग सभी मैच भी खेले हैं। भुवनेश्वर को जहां तक मैंने पिछले कुछ वर्षों में देखा है, वह मैदान पर सबसे म़जबूत खिलाड़ियों में से एक नहीं है। मुझे ऐसा लग रहा है कि हालिया क्रिकेट में भुवनेश्वर के कमज़ोर प्रदर्शन का कारण सिर्फ़ उनकी थकान है.

ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खेली गई टी20 सीरीज़ में चोट के बाद वापसी करते हुए हर्षल का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा। उन्होंने तीन मैचों में आठ ओवर गेंदबाज़ी की और 99 रन ख़र्च किए। इसके एवज़ में उन्होंने सिर्फ़ एक विकेट लिया। हर्षल पटेल को लेकर संजय मांजरेकर ने कहा, “एक सीम गेंदबाज के रूप में हर्षल पटेल की कुछ सीमाएं हैं लेकिन भारत को उन्हें तीसरे तेज़ गेंदबाज़ के रूप में देखना चाहिए। साथ ही साथ कुछ एक विकल्प भी तलाशने का प्रयास करना चाहिए। हालांकि मैं यह भी मानता हूं कि मोहम्मद शमी भारतीय टीम की तेज़ गेंदबाज़ी में शामिल होने के लिए एक बेहतरीन विकल्प हैं.

trending this week