भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा वक्त में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का कहना है कि वो कोरोना महामारी के कारण प्रभावित हुए क्रिकेट के कैलेंडर को देखते हुए अपने सभी घरेलू क्रिकेटर्स को उनकी सैलरी देने जा रहे हैं.
स्पोर्ट्स स्टार से बातचीत के दौरान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने कहा, “हम उम्मीद कर रहे हैं कि अक्टूबर तक सभी चीजें कंट्रोल में आ जाएंगी. कोविड-19 ने खेल और जिंदगियों को काफी प्रभावित किया है. हम जून-जुलाई के महीने में अपने सभी घरेलू क्रिकेटर्स को इसका मुआवजा देंगे. जूनियर खिलाड़ी, अंपायर और स्कोर कार्ड लगाने वाले कर्मचारियों को उनकी फीस दी जाएगी.”
सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने कहा, “जूनियर क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन इस वक्त काफी जोखिम भरा है. इस तरह के महौल में युवा लड़कों को कोविड-19 के जाल में नहीं धकेल सकते हैं.”
सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने आगे कहा, “फर्ज कीजिए 16 साल के युवा लड़के क्रिकेट खेल रहे हैं. उनके परिवार वाले उनके साथ इस माहौल में रुके हुए हैं. ये वायरस बहुत खतरनाक है. हमने एसोसिएशन को इस बाबत लिखा है. हम उनसे बात कर रहे हैं ताकि सभी क्रिकेटर्स का आत्मविश्वास ऊंचा रखा जा सके.”
कोरोना संक्रमण के कारण बीते साल रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट का आयोजन नहीं हो सका था. सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन बायो-बबल के अंदर कराया गया. भारत इस वक्त कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में हैं. जिसे देखते हुए बीसीसीआई ने जूनियर क्रिकेट- अंडर-16 और अंडर-23 टूर्नामेंट को रद्द कर दिया गया है.