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दोहरा शतक जड़ने वाले शाहिदी ने कहा- '9 साल की उम्र से क्रिकेट को गंभीरता से लिया'
हशमतुल्लाह शाहिदी श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा को अपना रोल मॉडल मानते हैं।
अफगानिस्तान के लिए टेस्ट क्रिकेट में पहला दोहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज हशमतुल्लाह शाहिदी ने छोटी उम्र से ही क्रिकेट को गंभीरता से लेना शुरू कर दिया था। शाहिदी के मुताबिक उन्होंने 9 साल की उम्र में क्रिकेट पर ध्यान देना शुरू किया था, जब उनके पिता उन्हें काबुल के एक क्रिकेट क्लब में लेकर गाए थए
24 साल की उम्र में ही अफगानिस्तान के लिए विश्व कप खेल चुके शाहिदी ने अबू धाबी के शेख जाएद स्टेडियम में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन गुरुवार को टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक बनाने वाले अफगानिस्तान के पहले बल्लेबाज बने हैं। मात्र अपना पांचवां टेस्ट मैच खेल रहे शाहिदी ने 443 गेंदों पर 21 चौकों और एक छक्के की मदद से 200 रनों की नाबाद पारी खेली।
आईसीसी के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में शाहिदी ने कहा कि उनकी मां हर समय उनकी पारी देखती हैं, जबकि उनके पिता ने शुरू से ही उन्हें सहयोग दिया है।
26 साल के शाहिदी ने वीडयो में कहा, "जब मैं 9 साल का था तब मैंने क्रिकेट देखना शुरू किया था और तब से मैं खेल रहा हूं। मैंने अपने भाइयों के साथ घर पर खेलना शुरू किया। मेरे पिता हमेशा मुझे सपोर्ट करते रहे। उन्होंने मुझसे कहा कि अगर तुम अच्छे हो तो मैं तुम्हें एक क्रिकेट एकेडमी में ले जाऊंगा। फिर, मैंने काबुल में एक एकेडमी में खेलना शुरू कर दिया। जल्द ही मैंने अंडर-15 में क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया और फिर 2010 में अफगानिस्तान के लिए अंडर-19 विश्व कप में खेला। 2013 में मैं पहली बार अफगानिस्तान की राष्ट्रीय टीम में शामिल हुआ।"
शाहिदी ने श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा को अपना रोल मॉडल मानने वाले शाहिदी अंत तक अपनी बल्लेबाजी को जारी रखना चाहते हैं।
शाहिदी ने कहा, "मुझे संगकारा को खेलते हुए देखना पसंद था। मैंने हमेशा उन्हें और उनके खेल को देखा। वह मेरे आदर्श रहे हैं। वनडे में हम हमेशा 50 ओवर तक खेलने के लिए संघर्ष करते हैं, इसलिए मैं आखिरी ओवर तक बल्लेबाजी करने की कोशिश करता हूं मैं 100 का स्कोर करना चाहता हूं और अपने देश के लिए बहुत कुछ हासिल करना चाहता हूं। मैं शीर्ष खिलाड़ियों की सूची में शामिल होना चाहता हूं।"
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