Usman Khawaja (File Photo) © AFPसाउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में सामने आए बॉल टेंपरिंग विवाद के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सख्त रुख अख्तियार किया। तत्कालीन कप्तान स्टीवन स्मिथ और उपकप्तान डेविड वार्नर पर एक-एक साल का बैन लगाया गया, जबकि कैमरून बैनक्राफ्ट पर भी नौ महीने का बैन लगा।
ऑस्ट्रेलिया की टीम इस घटना के सामने आने के बाद से ही स्मिथ और वार्नर के स्तर के खिलाड़ियों की कमी से जूझ रही है। पाकिस्तान के खिलाफ यूएई में पहले टेस्ट के दौरान हार के मुहाने पर खड़ी ऑस्ट्रेलिया की टीम को उस्मान ख्वाजा ने शानदार 302 गेंद पर 141 रन की पारी खेलकर बचाया। इस दौरान वो आठ घंटे और 44 मिनट तक मैदान पर खड़े रहे। पाकिस्तान को मैच के आखिरी दिन जीत के लिए सात विकटों की दरकार थी। एक छोर पर खड़े उस्मान ख्वाजा का विकेट निकालना टीम के लिए काफी मुश्किल साबित हुआ।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने ईएसपीएन से बातचीत के दौरान कहा, “उस्मान ख्वाजा का शतक ऐसे समय पर आया है जब ऑस्ट्रेलिया को स्मिथ और वार्नर जैसे खिलाड़ियों की जगह भरने की जरूरत है। ऑस्ट्रेलिया को ख्वाजा जैसे खिलाड़ी के इस तरह बड़ी छलांग लगाने की सख्त जरूरत थी।”
इयान चैपल ने कहा, “पहली पारी में बुरी तरह लड़खड़ाने के बाद ऑस्ट्रेलिया को इस पारी की जरूरत थी। ख्वाजा ने अपनी भूमिका अच्छे से निभाई। ये मैच ड्रा टीम के लिए जीत की तरह है। ख्वाजा ने स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी के तरीके में परिवर्तन किया, जिससे टीम को काफी मदद मिली।”