हैदराबाद टेस्ट में भारत ने मेहमान विंडीज पर 10 विकेट से बड़ी जीत दर्ज की, लेकिन मैच के तीसरे दिन ऐसा वक्त भी आया जब फील्ड अंपायर इयान गोल्ड को वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर से माफी मांगनी पड़ी।
टीम इंडिया की चौथी पारी के दौरान जेसन होल्डर की गेंद का सामना पृथ्वी शॉ कर रहे थे। पृथ्वी को लगा कि गेंद में काफी उछाल होगा और वो उनके उपर से निकल जाएगी। पृथ्वी गेंद को छोड़ने के लिए नीचे झुक गए, लेकिन ज्यादा उछाल नहीं होने के कारण गेंद पृथ्वी शॉ के हाथ पर जा लगी।
जेसन होल्डर ने एलबीडब्ल्यू की अपील की, जिसे अंपायर इयान गोल्ड ने नॉटआउट दिया। होल्डर ने डीआरएस की मदद ली, जिसमें पाया गया कि गेंद विकेट को हल्की सी छूती हुई जा रही है। डीआरएस नियम के तहत अगर फैसला काफी करीबी होता है तो फील्ड अंपायर का फैसला ही सही माना जाता है। ऐसे में पृथ्वी को जीवनदान मिल गया।
अगर इयान गोल्ड जेसन होल्डर की अपील पर पृथ्वी को आउट देते और पृथ्वी ने इसपर डीआरएस लिया होता तो भी उन्हें आउट होकर पवेलियन जाना होता। इयान गोल्ड ने अपनी गलती को स्वीकार किया और उन्होंने जेसन होल्डर से इस भूल के लिए माफी मांगी।
इस मैच में वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 311 रन बनाए। टीम इंडिया ने 367 रन की पारी खेल वेस्टइंडीज पर 56 रन की बढ़त बना ली थी। जिसके बाद दूसरी पारी में वेस्टइंडीज महज 127 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत की तरफ से सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और केएल राहुल ने 75 रन की साझेदारी बनाकर तीसरे दिन ही मैच अपने नाम कर लिया।