भारतीय अंडर-19 टीम के मुख्य कोच ऋषिकेश कानितकर (Hrishikesh Kanitkar) ने कहा कि विश्व कप के दौरान उनकी टीम छोटे लक्ष्य निर्धारित कर, उस पर काम करेगी। अंडर-19 विश्व कप में भारत की समृद्ध विरासत रही है और कानितकर उसे जारी रखने की कोशिश करेंगे।
अंडर-19 विश्व कप वेस्टइंडीज में शुक्रवार से शुरू हो रहा है। भारत अपने अभियान की शुरुआत शनिवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच से करेगा।
कानितकर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘‘भारत ने इस टूर्नामेंट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। जिससे टीम की विरासत शानदार रही है। इससे नए टूर्नामेंट में मदद नहीं मिलती है लेकिन हम चार बार चैम्पियन रहे है। यह एक नयी टीम है, इसलिए आपको नए सिरे से शुरुआत करनी होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम आईपीएल नीलामी और रणजी ट्रॉफी जैसी चीजों को बहुत आगे नहीं देखना चाहते। हमें हालांकि फिलहाल सिर्फ इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि हम इस टूर्नामेंट में क्या कर सकते हैं। हम, एक कोचिंग इकाई के रूप में ये सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे कि वह इस छोटी अवधि में क्या कर सकते है।’’
जैव सुरक्षित माहौल (बायो-बबल) की मुश्किल परिस्थितियों में खेलने के बारे में पूछे जाने पर भारत के पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि शिकायत करने से अच्छा है कि हम इसकी आदत डाले।
उन्होंने कहा, ‘‘हां, यह एक चुनौती है। हमें यह महसूस करने की आवश्यकता है कि अब यही आदर्श स्थिति है। इसकी आदत डालना बेहतर है। ये अब वास्तविकता है, बायो-बबल में रहना, इससे सीखना, इस विश्व कप के बाद भी, जब उन्हें बबल में रहने की जरूरत होगी, तो वो इसके लिए तैयार होंगे।’’
अंडर-19 एशिया कप में जीत के साथ भारतीय टीम अंडर-19 विश्व कप में आयी है। मुख्य कोच ने कहा कि इससे टीम को फायदा होगा क्योंकि एशिया कप में टीम को एक साथ खेलने का मौका मिला था।
उन्होंने कहा, ‘‘यह जरूरी है क्योंकि हम इससे पहले एक टीम के रूप में एक साथ नहीं खेले थे। हमारे लिए टीम निर्माण और मैच अभ्यास के मामले में वह महत्वपूर्ण था। इससे बहुत मदद मिली है।’’