WTC फाइनल- कीवी तेज गेंदबाजों से होगा टीम इंडिया को खतरा: Ajit Agarkar
पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर ने बताया है- आखिर भारत के लिए क्यों चैलेंजिंग होंगे न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज.
पहली बार आयोजित होने जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (ICC World Test Championship) के फाइनल के लिए टीम इंडिया ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है. भारत को साउथमप्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से इस मुकाबले में उतरना है. कीवी टीम यहां पहले ही पहुंच चुकी है और वह इन दिनों इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज खेल रही है, जबकि भारतीय टीम के पास इस खिताबी मुकाबले से पहले कोई प्रैक्टिस मैच भी नहीं है. ऐसे में कई जानकार इसे न्यूजीलैंड के लिए अडवान्टेज मान रहे हैं. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने इस मुकाबले के लिए टीम इंडिया को कीवी तेज गेंदबाजों से सावधान रहने के लिए कहा है.
अजीत अगरकर ने कहा कि न्यूजीलैंड के पास तेज गेंदबाजों की अच्छी विविधता है. उनके पास काइल जैमिसन, ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी और नील वेग्नर जैसे क्वॉलिटी तेज गेंदबाज हैं. इसके साथ-साथ इंग्लैंड की परिस्थितियां भी उन्हें काफी सपॉर्ट करती हैं. यह बिल्कुल न्यूजीलैंड की ही तरह हैं जहां गेंद हमेशा सीम और स्विंग करता है.
43 वर्षीय यह पूर्व तेज गेंदबाज स्टार स्पोर्ट्स के शो 'गेम प्लान' में चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा, 'उनके पेस बॉलिंग अटैक में काफी विविधता है. उनके पास जैमीसन हैं, जो लंबे कद के खिलाड़ी हैं तो वह अपनी उछाल और स्विंग से एक अलग ही प्रकार की चुनौतियां पेश करेंगे. बोल्ट और साउदी दोनों बॉलिंग करेंगे, जो गजब के गेंदबाज हैं, जो गेंद को दोनों ओर स्विंग कराते हैं, दाहिने हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ गेंदें अंदर आएंगी और वहीं से एक गेंद बाहर की ओर निकलेगी.'
उन्होंने कहा, 'अगर ये तीन कुछ नहीं कर पाते हैं तो उनके पास वेग्नर हैं, आप जानते हैं उन्हें, सबकुछ सपाट भी हो तो वह आते हैं और नियमिततौर पर कुछ न कुछ करके दिखाते हैं. इसके अलावा उनके हित में यहां कि परिस्थितियां भी हैं, जो उनका काम थोड़ा बहुत आसान बनाएंगी. यह मैच भी ड्यूक गेंद से खेला जाना है, जो सबसे ज्यादा स्विंग होती है.'
भारत के लिए 26 टेस्ट, 191 वनडे और 4 टी20 इंटरनेशनल खेलने वाले इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, 'भारत के लिए चुनौतियां इसलिए भी ज्यादा हैं क्योंकि भारत ने हाल-फिलहाल में कोई टेस्ट सीरीज नहीं खेली है. ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद तो उसने विदेश में कोई टेस्ट नहीं खेला है. ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियां यहां से बिल्कुल अलग हैं. तो यह एक बड़ी चुनौती है और मैं मानता हूं कि मैच से पहले सही तैयारियां यहां अहम साबित होंगी.'
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