'स्टीवन स्मिथ, डेविड वार्नर के क्लब क्रिकेट खेलने से युवाओं को मिला फायदा'
स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर पर लगा बैन मार्च के अंत में खत्म हो रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर स्टुअर्ट लॉ का मानना है कि स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर ने क्लब क्रिकेट में खेलने से एक नई मिसाल बनाई है। स्मिथ और वार्नर बॉल टैंपरिंग मामले में एक साल का बैन झेल रहे हैं। मार्च केे अंत में दोनों पर लगे बैन की अवधि पूरी हो जाएगी।
न्यूज एजेंसी एएफपी से बातचीत के दौरान लॉ ने कहा, " ऑस्ट्रेलिया में प्रतिभा की कमी नहीं है। मुझे लगता है कि हम बस रास्ते से भटक गए थे। मैंने जब 15 साल की उम्र में पहली बार ब्रिसबेन में क्लब क्रिकेट का मैच खेला था तो मैं ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलन बॉर्डर जैसे दिग्गज के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर रहा था। इस तरह की चीजें ज्यादा देखने को नहीं मिलती हैं। टेस्ट खिलाड़ी अमूमन क्लब क्रिकेट नहीं खेलते हैं। जब भी बॉर्डर अंतरराष्ट्रीय ड्यूटी से दूर होते तो वो क्लब क्रिकेट खेलते थे।"
स्टुअर्ट लॉ मौजूदा समय में इंग्लैंड की काउंटी टीम मिडिलसेक्स के कोच हैं। उन्होंने अपने करियर में एक टेस्ट और 54 वनडे मुकाबले खेले हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका औसत 50 का रहा है। वो श्रीलंका और बांग्लादेश के कोच रह चुके हैं। पिछले साल सितंबर में उन्होंने वेस्टइंडीज के हेड कोच के पद से इस्तीफा दिया था।
स्टुअर्ट लॉ ने कहा, "नए बच्चों को ऐसे व्यक्ति से सीखने को मिलता है जो अपने करियर में बहुत कुछ कर चुके हैं। मुझे लगता है कि स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर के क्लब क्रिकेट खेलने से उन्हें न सिर्फ जिंदगी के एक नए पहलू के बारे में पता चला होगा बल्कि नए बच्चों को भी दिग्गज खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखने को मिला रहा होगा। स्मिथ और वार्नर अब भी शानदार खिलाड़ी हैं।"
COMMENTS