ऐसे खिलाड़ी जिनके शानदार प्रदर्शन को नजरअंदाज किया गया
टीम में वापसी की राह देख रहे गौतम गंभीर की उम्मीदों को एक बार फिर से तगड़ा झटका लगा है, उन्हें न्यूजीलैंड के लिए चुनी गई टीम में शामिल नहीं किया गया

न्यूजीलैंड दौरे के लिए चयनित भारतीय टीम में एक बार फिर से घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ियों को नजरअंदाज किया गया। दिलीप ट्रॉफी में रनों का अंबार लगा रहे मयंक अग्रवाल, शेलडन जैक्सन, अभिनव मुकुंद, कुलदीप यादव जैसे युवाओं को टीम में मौका नहीं दिया गया। तो टीम में वापसी के लिए पूरा प्रयास कर रहे गौतम गंभीर के प्रदर्शन को भी चयनकर्ताओं ने एक बार फिर से नजरअंदाज किया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैच की सीरीज के लिए चुने गए 15 खिलाड़ियों में कोई नया नाम नहीं है। आइए जानते हैं ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिनके घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन को चयन के दौरान दरकिनार किया गया।
1. गौतम गंभीर:

गौतम गंभीर के भारतीय टीम में वापसी की उम्मीदों को एक और झटका लगा है। दिलीप ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के बावजूद गंभीर को न्यूजीलैंड दौरे के लिए नहीं चुना गया है। गंभीर ने दिलीप ट्रॉफी में 300 से ज्यादा रन बनाने वाले गंभीर को पूरी उम्मीद थी कि उनके इस प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया से उनके लिए बुलावा आ जाएगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। गंभीर ने भारत की ओर से अपना अंतिम टेस्ट मैच ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ 2014 में खेला था। अगर टीम इंडिया की मौजूदा स्क्वाड देखें तो उसमें 3 ओपनर हैं- लोकेश राहुल, मुरली विजय और शिखर धवन। इन तीनों में राहुल के प्रदर्शन को छोड़ दें तो धवन के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं है, जबकि मुरली विजय अभी चोट के बाद वापस आए हैं। तो अगर गौर करें तो टीम में गंभीर की जगह बनती थी। ऐसी स्थिति होते हुए भी गंभीर का टीम में ना चुना जाना निराशाजनक है। [Also Read: कप्तान के भरोसे के बगैर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं चेतेश्वर पुजारा]
2. मयंक अग्रवाल:

दिलीप ट्रॉफी में रनों का अंबार लगा रहे मयंक अग्रवाल का टीम में ना चुना जाना निराशाजनक है। मयंक अग्रवाल ने दिलीप ट्रॉफी के 3 मैचों में 368 रन बना चुके हैं। मयंक अपने तेज रन बनाने की क्षमता के लिए जाना जाता है, जो विकेट पर टिकने के बाद काफी तेजी से रन बटोरते है। हाल ही विराट ने रोहित शर्मा की इसी योग्यता की तारीफ की थी, जबकि रोहित का प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में कुछ खास नहीं रहा है। ऐसे में मयंक अग्रवाल को टीम में जगह दी जा सकती थी। [Also Read: 500वां टेस्ट मैच खेलने को तैयार टीम इंडिया]
3. शेलडन जैक्सन:

सौराष्ट्र के विकेटकीपर बल्लेबाज शेलडन जैक्सन ने इस सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जैक्सन ने दिलीप ट्रॉफी के तीन मैचों में 2 शतक और 1 अर्धशतक जमाते हुए 183 के जादुई औसत से 366 रन बनाए हैं। वो दिलीप ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में तीसरे नंबर पर हैं। इसके अलावा रणजी ट्रॉफी में भी उन्होंने 500 से ज्यादा रन बनाए थे। एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में जैक्सन एक अच्छा विकल्प हैं जिनको इस सीरीज के लिए आजमाया जा सकता था। हालांकि ऋृद्धिमान साहा ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन रिजर्व विकेटकीपर के रूप या विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में भी उनको टीम में चुना जा सकता था। [Also Read: न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम घोषित]
4. श्रेयस अय्यर:

घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले श्रेयस अय्यर को टीम में जगह नहीं देना भी चौंकाने वाला फैसला है। अय्यर ने इस साल घरेलू क्रिकेट में जमकर रन बनाए हैं। अगर बात करें रणजी ट्रॉफी की तो मुंबई के इस बल्लेबाज ने 11 मैचों में 73 से ज्यादा की औसत से 1321 रन बनाए हैं। इन 11 मैचों में उनके बल्ले से 4 शतक और 7 अर्धशतक भी निकले हैं। रणजी सीजन के बाद हर किसी ने अय्यर के इस प्रदर्शन की तारीफ की थी और बहुत से पूर्व क्रिकेटरों ने अय्यर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बताया था। हालांकि इस साल का आईपीएल अय्यर के लिए बहुत अच्छा नहीं रहा था, लेकिन बड़े प्रारूप में उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा था, लेकिन लगता है भारतीय चयनकर्ताओं का ध्यान खींचने के लिए उन्हे और प्रयास की जरूरत है।
5. जलज सक्सेना:

मध्य प्रदेश के इस ऑलराउंडर जलज सक्सेना ने रणजी में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर सबका ध्यान खींचा लेकिन चयनकर्ताओं ने उनके शानदार प्रदर्शन को नजरअंदाज करते हुए उन्हें मौका नहीं दिया है। सक्सेना ने रणजी में 10 मैचों में 588 रन बनाने के अलावा 49 विकेट भी चटकाए। रणजी 2015-16 सत्र में वो सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों में चौथे स्थान पर रहे तो रन बनाने वालों में उन्होंने 500 से ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में अपनी जगह बनाई।