फाइनल वनडे से पहले टीम इंडिया को मुश्किलों से निपटना होगा
भारत को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर फाइनल वनडे से पहले कमियों को ठीक करना होगा वर्ना मुश्किल हो जाएगी।
भारतीय टीम कहां तो दो लगातार वनडे जीतने के बाद सीरीज पर आराम से कब्जा जमाने का सोच रही थी और अब करो या मरो के हालात हो गए हैं। पिछले दो मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत पर हावी होकर खेली है। मोहाली वनडे में तो 358 रन का स्कोर बनाने के बाद भी एश्टन टर्नर की आतिशी पारी ने विशाल लक्ष्य को आसान बना दिया।
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भारत को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर फाइनल वनडे से पहले कमियों को ठीक करना होगा वर्ना मुश्किल हो जाएगी।
विराट कोहली पर निर्भर टीम इंडिया
भारतीय टीम की बल्लेबाजी कप्तान विराट कोहली पर कुछ ज्यादा ही निर्भर होती जा रही है। मोहाली वनडे को छोड़ दें तो रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी अच्छी शुरुआत देने में नाकाम रही है। पहले तीन मैच में भारत की ओपनिंग जोड़ी ने 4, 0, 11 रन बनाए। कप्तान के अलावा कोई और बल्लेबाज मिडिल ऑर्डर में असर नहीं छोड़ पाया। अंबाती रायडू रन बनाने में नाकाम रहे, जिसकी वजह से चौथे मैच में उनको बाहर किया गया। केदार जाधव, विजय शंकर ने बल्लेबाजी में हाथ दिखाए हैं लेकिन दोनों में निरंतरता का अभाव है।
कुलदीप और बुमराह को रोकने होंगे रन
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह लय में हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस ने उनसे ज्यादा प्रभावी गेंदबाजी की है। बुमराह ने जहां चार मैच में 7 विकेट हासिल किए हैं तो कमिंस ने 12 विकेट अपने नाम किए हैं। कमिंस ने 182 रन खर्च किए हैं तो बुमराह ने 205 रन दिए हैं।
कुलदीप यादव असरदार साबित हुए हैं लेकिन उन्हें रन भी रोकने होंगे। 9 विकेट हासिल करने में उन्होंने कुल 228 रन खर्च किए हैं।
निकालना होगा ख्वाजा और हैंड्सकॉम्ब का तोड़
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से उस्मान ख्वाजा और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने शानदार बल्लेबाजी की है। ख्वाजा ने 283 और हैंड्सकॉम्ब ने 184 रन बनाए हैं। दोनों ही बल्लेबाज एक-एक शतक जड़ चुके हैं और कमाल की बात यह रही दोनों का ही यह वनडे में पहला शतक रहा। यह शतकीय पारी भारतीय टीम के लिए मुसीबत बनी जिसका तोड़ निकाले बिना जीत मुश्किल नजर आ रही है।