पांचवे वनडे मैच भारतीय जीत के प्रमुख कारण
भारतीय टीम की इस जीत में मॉम्स मैजिक ने भी अपना योगदान दिया, अपनी मां के नाम की टीशर्ट पहन कर उतरे भारतीय खिलाड़ियों ने कीवी टीम को कोई मौका नहीं दिया

न्यूजीलैंड के खिलाफ पांचवें वनडे में जीत के साथ भारत ने सीरीज पर 3-2 से अपना कब्जा जमाकर देशवासियों को जीत का जश्न मानने का मौका दिया। भारत ने अंतिम और निर्णायक मुकाबले में न्यूजीलैंड को सिर्फ 79 रनों पर समेट दिया और 190 रनों की बड़ी जीत हासिल की। भारतीय टीम ने इस मैच में बेहतरीन शुरूआत की लेकिन कीवी गेंदबाजों ने वापसी करते हुए भारत 269 रनों पर रोक दिया। मगर भारतीय गेंदबजों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए कीवी टीम को मैच में वापसी का मौका नहीं दिया। तो आइए जानते हैं भारतीय टीम की जीत के मुख्य कारण क्या रहे।
1. रोहित शर्मा की शानदार पारी:
पिछले 4 वनडे मैचों में बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाने वाले रोहित शर्मा ने अपने बल्ले की धमक दिखाने के लिए पांचवें वनडे मैच को चुना। रोहित ने इस मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 70 रनों की पारी खेली। रोहित इस पारी में शुरू से ही आक्रामक अंदाज में नजर आए और कुछ बेहद ही आकर्षक शॉट लगाए। हालांकि उनको इस पारी के दौरान चोट से जूझना पड़ा। जिसके कारण उन्होंने अंतिम समय में एक-एक रन लेने की बजाए बड़े शाट लगाए और बड़े शॉट लगाने के प्रयास में ही वह आउट भी हुए।
2. विराट कोहली ने जारी रखी शानदार बल्लेबाजी:
सीरीज के बाकी मैचों की तरह विराट कोहली ने इस मैच में शानदार बल्लेबाजी जारी रखते हुए भारत की इस जीत में अपनी हिस्सेदारी निभाई। विराट ने इस मैच में 65 रनों की पारी खेली। विराट ने पहले रोहित के साथ फिर धोनी के साथ साझेदारी निभा कर भारत को बड़े स्कोर की ओर अग्रसर किया। विराट जब रोहित के साथ खेल रहे थे तो ऐसा लग रहा था जैसे भारतीय टीम आसानी से 300-325 का स्कोर खड़ा कर लेगी। विराट इस मैच में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी रहे।
3. गेंदबाजों ने किया शानदार प्रदर्शन:
पांचवें वनडे में भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए कीवी बल्लेबाजों को विकेट पर टिकने का मौका नहीं दिया। तेज गेंदबाजों ने भारत को शुरूआती झटके दिये। उमेश यादव और जसप्रीत बुमराह ने बेहतरीन अंदाज में गेंदबाजी करते हुए ना सिर्फ विकेट चटकाए, बल्कि रन देने में भी कंजूसी बरती। बाद में स्पिन गेंदबाजों ने जिस तरह कीवी टीम के मध्य क्रम को समेटा वह काबिलेतारीफ था। खासकर अमित मिश्रा का कोई जवाब नहीं था। अक्षर पटेल और अपना पहला मैच खेल रहे जयंत यादव ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की।
4. कमाल की फील्डिंग:
भारतीय टीम की इस जीत में भारत की शानदार फील्डिंग ने भी भूमिका निभाई। इस मैच में भारतीय फील्डरों में बिजली सरीखी फूर्ती देखने को मिली। खासकर विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे की फील्डिंग शानदार रही। इस मैच में रोहित शर्मा की जगह मैदान पर फील्डिंग के लिए उतरे मंदीप सिंह ने भी कमाल की फूर्ती दिखाई। भारतीय फील्डरों ने चुस्त फील्डिंग के जरिए कीवी बल्लेबाजों पर दबाव बनाया जिसकी वजह से उन्होंने गलतियां की और विकेट गंवाए।
5. न्यूजीलैंड की गैरजिम्मेदाराना बल्लेबाजी:
भारत की इस जीत में कीवी टीम के बल्लेबाजों ने भी पूरा योगदान दिया। कीवी बल्लेबाजों ने गैर जिम्मेदाराना तरीके से बल्लेबाजी करते हुए अपने विकेट भारतीय गेंदबाजों को दिये। इस मैच में कीवी बल्लेबाजों ने भारतीय स्पिन गेंदबाजों के लिए कोई रणनीति तैयार नहीं की थी और यही वजह रही की स्पिन गेंदबाजों के सामने वो संघर्ष करते दिखे। कीवी बल्लेबाज साझेदारियां बनाने में भी नाकाम रहे इस मैच में कीवी टीम के लिए सबसे बड़ी साझेदारी 35 रनों की रही। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किवी टीम ने साझेदारियों के महत्व को एक किनारे कर दिया।
6. सब पर भारी रहे अमित मिश्रा:
अमित मिश्रा इस मैच में भारतीय टीम की जीत के सबसे बड़े नायक रहे। मिश्रा ने इस मैच में जिस तरह की गेंदबाजी की कीवी बल्लेबाजों के पास उसका कोई जवाब नहीं था। उन्होंने अपनी गेंदबाजी के सभी हथियारों टॉप स्पिन, गुलगी, स्लोअर वन सभी का बखूबी इस्तेमाल किया और एक- एक कर 5 कीवी बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया।
7. मॉम्स मैजिक:
भारतीय टीम की इस जीत में खिलाड़ियों की मम्मियों ने भी योगदान दिया। जी हां ये मॉम्स मैजिक ही तो था जो पूरी सीरीज में बल्ले से फ्लॉप रहने वाले रोहित शर्मा ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए सबसे रन स्कोर बनाया। ये मॉम्स मैजिक ही तो था जो युवा खिलाड़ी जयंत यादव ने अपने पहले ही मैच में कोरी एंडरसन जैसे बल्लेबाज को शून्य पर पवेलियन भेजा और अमित मिश्रा ने अपने वनडे करियर का पहला पांच विकेट चटकाया।