IPL 2019 (प्रीव्यू): मजबूत लाइनअप से 'कैपिटल्स' के पास छाप छोड़ने का मौका
दिल्ली की टीम में शिखर धवन, पृथ्वी शॉ, श्रेयस अय्यर और रिषभ पंत जैसे खिलाड़ी हैं।
साल 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत के साथ ही दिल्ली फ्रेंचाइजी का आगाज बेहद शानदार रहा। अपने पहले दो सीजन के दौरान दिल्ली प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब रही। फैन्स को लगा कि दिल्ली खिताब पर कब्जा करने से महज चंद कदमों की दूरी पर है और आगामी सीजन में ये फासला भी तय कर लिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
अबतक खेले गए आईपीएल के 11 सीजन में दिल्ली चार बार आखिरी स्थान पर रह चुकी है। आईपीएल के शुरुआत में अस्तित्व में आई आठ फ्रेंचाइजी में दिल्ली एकलौती ऐसी टीम है जो अबतक एक भी बार फाइनल में नहीं पहुंची है। आईपीएल 2019 से पहले दिल्ली फ्रंचाइजी ने टीम का नाम दिल्ली डेयरडेविल्स से बदलकर दिल्ली कैपिटल्स कर दिया है। टीम की जर्सी में भी बदलाव किया गया है। ये समय ही बताएगा कि नए नाम और जर्सी के साथ दिल्ली का भाग्य बदलेगा या नहीं। आईये दिल्ली की टीम पर एक नजर डालते हैं।
कप्तान- श्रेयस अय्यर
24 वर्षीय श्रेयस अय्यर को आईपीएल 2018 के मध्य में गौतम गंभीर द्वारा कप्तानी से पीछे हटने के बाद दिल्ली की कमान मिली। अय्यर टीम की नैया तो पार नहीं लगा सके लेकिन उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता से सबको प्रभावित किया। पिछले सीजन में अय्यर ने 14 मैचों में 37.36 की औसत से 411 रन बनाए। दिल्ली कैपिटल्स को पूरी उम्मीद है कि अय्यर पिछले साल के प्रदर्शन को इस बार भी दोहराएंगे। टीम इंडिया की विश्व कप 2019 टीम में अब भी नंबर-4 के लिए किसी भी खिलाड़ी का नाम फाइनल नहीं हो सका है। ऐसे में अय्यर के पास मौका होगा कि वो आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बल पर विश्व कप टीम में इस स्थान के लिए अपनी दावेदारी पेश करें।

कोच- रिकी पोंटिंग
ऑस्ट्रेलिया की टीम को विश्व विजेता बनाने वाले कप्तान रिकी पोंटिंग साल 2015 में बतौर सपोर्ट स्टॉफ मुंबई इंडियंस के साथ जुड़े। इस सीजन में मुंबई की टीम ने खिताब पर कब्जा किया। बॉल टैंपरिंग विवाद के बाद लगातार बुरे दौर से गुजर रही ऑस्ट्रेलिया की टीम का पोंटिंग ने हमेशा साथ निभाया। आगामी विश्व कप को देखते हुए पोंटिंग को ऑस्ट्रेलिया की टीम का सहायक कोच बनाया गया है। वो मुख्य कोच जस्टिन लैंगर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
रिकी पोंटिंग पिछले आईपीएल सीजन के दौरान भी दिल्ली का हिस्सा थे। पिछले साल दिल्ली आईपीएल में खास अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई, लेकिन इस सीजन में फ्रेंचाइजी को उम्मीद है कि पोंटिंग की कोचिंग में टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी। मैनेजमेंट इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है, जिसके कारण इस बार पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को सलाहकार के तौर पर टीम में शामिल किया गया है।

पिछले सीजन में कहां रही टीम
लगातार फ्लॉप शो के कारण लगभग हर बार दिल्ली की टीम में बड़े बदलाव होते रहे हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार खिताब जिताने वाले गौतम गंभीर को आईपीएल 2018 के दौरान टीम का कप्तान बनाया गया था। गंभीर टीम के लिए कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के कारण उन्हें बीच सीजन में ही कप्तानी छोड़नी पड़ी। दिल्ली के पास ग्लेन मैक्सवेल और कॉलिन मुनरो जैसे शानदार खिलाड़ियों का भी साथ रहा, लेकिन वो भी टीम की नैया को डूबने से नहीं बचा सके। हालांकि पिछले सीजन में रिषभ पंत के रूप में दिल्ली को एक राइजिंग स्टार जरूर मिला। पंत ने पिछले सीजन में 52.61 की औसत से 684 रन बनाए। वहीं, ट्रेंट बोल्ट ने 14 मैचों में 18 विकेट निकाले।
टीम में शामिल नए खिलाड़ी
आईपीएल ऑक्शन से पहले ही दिल्ली फ्रेंचाइजी ने अपने तीन खिलाड़ियों के बदले सनराइजर्स हैदराबाद के स्टार बल्लेबाज शिखर धवन को टीम में शामिल किया। दिल्ली कैपिटल्स ने आगामी सीजन के लिए टीम में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज कॉलिन इंग्राम को 6.4 करोड़ रुपये खर्च कर शामिल किया। इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के आधार पर भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने वाले हनुमा विहारी को भी दिल्ली की टीम ने दो करोड़ रुपये खर्च कर शामिल किया। दिल्ली को इस सीजन में इशांत शर्मा का भी बखूबी साथ मिलेगा।

स्क्वाड:
शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, रिषभ पंत, पृथ्वी शॉ, अमित मिश्रा, आवेश खान, हर्षल पटेल, राहुल तेवतिया, जयंत यादव, मनजोत कालरा, कॉलिन मुनरो, क्रिस मोरिस, कगीसो रबाडा, संदीप लामिछाने, ट्रेंट बोल्ट, कॉलिन इंग्राम, अक्षर पटेल, हनुमा विहारी, शेरफेन रदरफोर्ड, इशांत शर्मा, कीमो पॉल, जलज सक्सेना, अंकुश बैंस, नत्थू सिंह, बंडारू अयप्पा।
आईपीएल में स्थान
2008- सेमीफाइनल
2009- सेमीफाइनल
2010- पांचवां स्थान
2011- आखिरी स्थान
2012- प्लेऑफ में जगह बनाई
2013- आखिरी स्थान
2014- आखिरी स्थान
2015- सातवां स्थान
2016- छठा स्थान
2017- छठा स्थान
2018- आखिरी स्थान
आईपीएल प्रिडिक्शन
आईपीएल नीलामी के बाद दिल्ली की टीम कागजों पर काफी मजबूत नजर आ रही है। टीम के पास शिखर धवन जैसे बल्लेबाज के अलावा, पृथ्वी शॉ, रिषभ पंत, श्रेयस अय्यर के रूप में युवा चेहरे भी हैं। गेंदबाजी में ट्रेंट बोल्ट और कगीसो रबाडा जैसे खिलाड़ी टीम को मजबूती देते हैं। रिकी पोंटिंग और सौरव गांगुली के अनुभव का खिलाड़ी अगर सही इस्तेमाल कर पाते हैं तो दिल्ली कैपिटल्स निश्चित तौर पर कम से कम प्लेऑफ तक का सफर तय कर सकती है।