आईपीएल खेलकर लगा कि तीनों तरह की क्रिकेट खेल सकता हूं: लोकेश राहुल
लोकेश राहुल ने विराट कोहली की प्रतिबद्धता, अनुशासन और फिटनेस की तारीफ करते हुए कहा उन्होंने मेरे करियर को सही रूप देने में मदद की

पिछले कुछ समय में विराट कोहली के अलावा एक और भारतीय बल्लेबाज ने अपने बल्ले से धूम मचा रखी है और लगातार क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में शानदार बल्लेबाज कर रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं लोकेश राहुल की, जिन्होंने इस साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में रनों की बारिश की है। राहुल ने इस साल ना सिर्फ आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन किया बल्कि उन्होंने जिंबाब्वे और वेस्टइंडीज दौरों पर भी रन बनाए। राहुल अब न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए पूरी तरह तैयार हैं, वह भारतीय सरजमीं पर अपना अंतर्राष्ट्रीय मैच भी खेलेंगे। इस मौके पर उन्होंने क्रिकइन्फो से बात करते हुए अपने खेल में सुधार, प्रेरणा के बारे में बात की।
अपने प्रदर्शन से खुश:

पिछले कुछ महीनों में राहुल ने अपने खेल में जबरदस्त सुधार किया है जब उनसे इसका अनुभव पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैंने जो कुछ भी हासिल किया उससे मैं खुश हूं। पिछले कुछ सालों में मैंने जो मेहनत की है उसका परिणाम बेहद संतोषजनक है। राहुल ने बताया कि पिछले 6-7 महीनों में उन्होंने जिस तरह का खेल दिखाया है, इससे उनको सबसे ज्यादा खुशी मिलती है।
भारत में खेलेंगे अपना पहला मैच:

राहुल भारतीय सरजमीं पर अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलेंगे। राहुल ने बताया कि वह भारतीय सरजमीं पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब हैं। वह पहले भी भारत में खेले गए सीरीज में टीम का हिस्सा रहे हैं लेकिन उन्हें अंतिम ग्यारह में जगह नहीं मिल पाई थी। मैंने पूरी जिंदगी यहां खेला है, मुझे यहां की परिस्थितियां बेहतर पता है। मैं कानपुर में खेले जाने वाले पहले मैच में जाकर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब हूं। [Also Read: लोकेश राहुल भारतीय क्रिकेट का नया सितारा]
टेस्ट क्रिकेट पसंद है:

जब राहुल से पूछा गया कि आजकल के युवा सीमित ओवरों की क्रिकेट को ज्यादा तवज्जो देते हैं। इसके जवाब में राहुल ने कहा कि मैं क्रिकेट के तीनों प्रारूप खेल रहा हूं, ये तीनों प्रारूप आपके लिए अलग तरह का चैलेंज लाते हैं और मुझे चैलेंज पसंद है। मैं टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करता हूं और मैं टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मेरे कोच और मेरे पिता ने हमेशा सोचा कि मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलने की ओर ध्यान देना चाहिए और शुरूआत में यही मेरा फोकस भी था। जब मैं टेस्ट टीम में आ गया तो मुझे काफी कुछ सीखने को मिला और मुझे एहसास हुआ कि यह इतना अलग नहीं है। इस साल आईपीएल खेलकर मुझे यह एहसास हुआ कि मैं तीनों प्रारूपों में खेल सकता हूं और अब मैं ज्यादा कॉन्फिडेंट हूं। [Also Read: कोहली और धोनी का खेल के लिए नजरिया बिल्कुल अलग: लोकेश राहुल ]
विराट कोहली हैं रोल मॉडल:

विराट कोहली की बात पर राहुल ने कहा कि विराट कोहली एक प्रेरणा हैं। हम खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि हमें ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं है। एक व्यक्ति जो आपको प्रेरणा देता है, ड्रेसिंग रूम में आपके साथ बैठता है। जिस स्तर की प्रतिबद्धता, अनुशासन और कार्य नीति उन्होंने दिखाई है, वो हम सबको प्रेरणा देती है। जब मैं टेस्ट क्रिकेट में आया तो मैं अच्छा था लेकिन इतना अच्छा नहीं था जितना आज हूं। विराट ने मेरी तैयारी, माइंडसेट में मदद की। उन्होंने मुझे काफी आत्मविश्वास दिया। [Also Read: छक्के लगाकर ही शतक पूरा करते हैं ये दोनों भाई]
रिकॉर्ड और नंबर्स का कोई मतलब नहीं अगर टीम हार जाए:

राहुल तीनों प्रारूपों में शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बनने का गौरव पाया लेकिन उनका कहना है कि रिकॉर्ड और नंबर उनके लिए कोई खास मायने नहीं रखते है। मैं टीम के लिए मैच जीतना चाहता हूं चाहे जैसा भी खेलूं। क्योंकि हम जीत नहीं पाए इसलिए फ्लोरिडा में जमाया गया शतक भी मुझे उतना संतुष्ट नहीं कर सका। मैं कभी प्लान या लक्ष्य नहीं बनाता यह सिर्फ आपकी क्षमताओं को रोक देता है, जो आप हासिल कर सकते हैं। मैं हमेशा स्थिति के हिसाब से खेलता हूं और चीजों को आसान रखता हूं।