बेहतरीन फॉर्म में है सुरेश रैना, वापसी के लिए भर रहे हैं दम

सुरेश रैना ने अपना अंतिम वनडे मैच साल 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था।

By Devbrat Bajpai Last Published on - December 1, 2016 5:29 PM IST
सुरेश रैना © AFP
सुरेश रैना © AFP

सुरेश रैना वर्तमान में रणजी ट्रॉफी में जबरदस्त फॉर्म में हैं और हर मैच में बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे हैं और इस तरह उन्होंने एक बार फिर से टीम इंडिया में अपनी जगह बनाने को लेकर दावा प्रस्तुत कर दिया है। आपको बता दें कि सुरेश रैना को एक साल पहले खराब फॉर्म के कारण टीम से बाहर निकाल दिया गया था। उन्होंने अपना अंतिम वनडे मैच भारत की ओर से साल 2015 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इसके बाद जब उन्हें टीम से बाहर निकाला गया तो उनकी टीम में लंबे समय तक वापसी नहीं हुई। अंततः उन्हें जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया। सुरेश रैना उसके बाद लगातार मार्च तक यानि टी20 विश्व कप तक टीम इंडिया के सदस्य रहे। लेकिन इस दौरान रैना के बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं निकला और खामियाजन उन्हें एक बार फिर से टीम इंडिया से बाहर होना पड़ा।

जब टीम इंडिया दो महीने पहले वेस्टइंडीज सीरीज से वापस लौटी तो दुलीप ट्रॉफी का आयोजन किया गया और इस सीरीज में रैना ने इंडिया ग्रीन की अगुआई की। भले ही इंडिया ग्रीन इस सीरीज में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई लेकिन रैना का बल्ला खूब चला। उनके इस अच्छे प्रदर्शन का उन्हें इनाम मिला और एक महीने बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जानी वाली 5 मैचों की वनडे सीरीज के लिए सुरेश रैना का टीम में चयन किया गया। लेकिन रैना के भाग्य एक बार फिर से फूट गए जब वह पहला वनडे शुरू होने से पहले ही बुखार के कारण अनफिट हो गए।[ये भी पढ़ें: 5 कारण जो बताते हैं कि मोहम्मद शमी और उमेश यादव की जोड़ी सबसे बेहतरीन]

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उम्मीद की जा रही थी कि रैना अगले कुछ वनडे मैचों में फिट हो जाएंगे। लेकिन ऐसा हुआ नहीं हुआ और अंततः उन्हें पूरी सीरीज से बाहर हो जाना पड़ा। अब सुरेश रैना के गले में फिर से तलवार अटक गई है, क्योंकि टीम में जगह बनाने के लिए उन्हें फिर से अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी है। आपको बता दें कि भारत को इंग्लैंड के खिलाफ 3 वनडे और 3 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच 15 जनवरी से 1 फरवरी तक खेलने हैं। ऐसे में सुरेश रैना का वर्तमान प्रदर्शन उनके लिए वरदान साबित हो सकता है। रैना ने अपने पिछले चार प्रथम श्रेणी मैचों में 90, 52, 91, और 91 रनों की पारियां खेली हैं। लेकिन दुख की बात ये है कि तीन मौकों पर शतक के बेहद करीब पहुंच जाने के बावजूद सुरेश रैना शतक पूरा करने से वंचित रह गए। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज 3-2 के अंतर से जीती थी। लेकिन इस सीरीज में भारतीय टीम के मध्यक्रम की कलई खुल गई थी, क्योंकि मध्यक्रम में विराट कोहली के अलावा कोई अन्य बल्लेबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सका था।

गौर करने वाली बात है कि जिस मैच में कोहली का बल्ला नहीं चला था उस मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था। इस सीरीज में भारतीय टीम में मनीष पांडे, केदार जाधव, समेत कई नई चेहरों को मौका दिया गया था। लेकिन इन सभी चेहरों ने पूरी सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया और खामियाजन टीम इंडिया को कुछ ऐसे में मैचों में हार का सामना करना पड़ा जिन्हें वह आसानी से जीत सकती थी। ऐसे में सुरेश रैना की टीम में वापसी संजीवनी साबित हो सकती है। इसके अलावा वनडे टीम में विस्तृत स्तर पर बदलाव की संभावनाएं हैं। जिनके लिए सदाबहार पार्थिव पटेल सहित नए क्रिकेटर भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर सकते हैं। सुरेश रैना वर्तमान में टीम इंडिया के दूसरे सबसे अनुभवी क्रिकेटर हैं। वह साल 2005 से क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्होंने अब तक कुल 223 वनडे खेले हैं जिनमें उन्होंने 35.46 की औसत से 5,568 रन बनाए हैं। जिसमें पांच शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान रैना का सर्वोच्च स्कोर 116* रहा है।