विपक्षियों से हमेशा तीन कदम आगे रहना चाहते हैं अजिंक्य रहाणे
आईसीसी की टॉप टेन टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में अजिंक्य रहाणे अकेले भारतीय हैं।

जैसा कि विराट कोहली अब अपनी पांच गेंदबाजों की रणनीति को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रहे हैं तो ऐसे में भारतीय टीम के शीर्ष क्रम पर इस बात की जिम्मेदारी अधिक आ गई है कि वे अपने आपको लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाली ईकाई के रूप में प्रस्तुत करें। टीम के शीर्ष रैंक वाले बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे आने वाले घरेलू सीजन में अच्छी बल्लेबाजी करने के लिए हर दिन को भुनाना चाहते हैं। आने वाले सीजन के बारे में बातचीत करते हुए रहाणे ने बताया, “मुझे पता है कि हमारे सामने एक काम है लेकिन मैं कभी लक्ष्य पहले से निर्धारित नहीं करता। मेरा मानना है कि लक्ष्य तय करना आपको भविष्य में काफी आगे तक ले जाता है। काफी आगे के बारे में सोचने से आपकी मानसिकता प्रभावित हो सकती है। इसकी जगह मैं एक बार के एक दिन के बारे में सोचता हूं।
फिलहाल ध्यान न्यूजीलैंड सीरिज पर है। आईसीसी की टॉप टेन टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में अजिंक्य रहाणे अकेले भारतीय हैं। रहाणे ने हमेशा किसी विशेष टीम के खिलाफ होमवर्क करने पर जोर दिया है और इस महीने जब न्यूजीलैंड की टीम तीन टेस्ट और पांच एकदिवसीय मैचों की सीरिज के लिए भारत आएगी तो स्थिति अलग नहीं होगी। सात टेस्ट शतकों में पांच शतक विदेशी जमीन पर लगाने वाले रहाणे ने कहा, “मैं हमेशा अपनी बल्लेबाजी को लेकर अपने बचपन के कोच प्रवीण आमरे से चर्चा करता हूं। इस बार भी स्थिति अलग नहीं होगी।”
न्यूजीलैंड के खिलाफ रणनीति के बारे में उन्होंने बताया कि, “बेशक हर सीरिज की तैयारी कुछ अलग होती है। आप सीरिज की शुरूआत से पहले कभी अपनी रणनीति का खुलासा नहीं करते। अहम यह है कि आप हमेशा विरोधी से तीन कदम आगे रहो।” रहाणे ने न्यूजीलैंड के आक्रमण को अच्छा बताया। हमेशा अपने बल्लेबाजी से मुश्किल समय में टीम की नैया पार करने वाले, “यह अच्छा आक्रमण है। उनके पास ट्रेंट बोल्ट है, मिच सेंटनर अैर ईश सोढ़ी जैसे अच्छे स्पिनर भी हैं. हम कोताही नहीं बरत सकते।”
अलग अलग भार के बल्लों के इस्तेमाल पर रहाणे ने कहा कि वह हमेशा समान भार के बल्ले का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा, “मेलबर्न हो या मुंबई, मैं कभी अपने बल्लों के भार से छेड़छाड़ नहीं करता। दुनिया भर की पिचों के अलग अलग उछाल के बावजूद इसमें बदलाव नहीं करता।” रहाणे ने वेस्टइंडीज में हाल में संपन्न सीरिज में एक शतक और एक अर्धशतक की मदद से 243 रन बनाए थे। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा सुधार के लिए कोशिश करता हूं और मैं कैरेबियाई सरजमीं पर अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं। मैंने विशेष रूप से ड्यूक की लाल गेंद से खेलने की तैयारी की है।” रहाणे ने कहा, “लाल ड्यूक गेंद से खेलना कूकाबूरा से खेलने से अलग होता है क्योंकि यह गेंद अधिक सीम और स्विंग करती है। इसके लिए आपको शरीर के करीब और जितना देर से संभव हो उतना देर से खेलना होता है। मैं अपने खेल से खुश हूं। अगर हम 3-0 से जीत दर्ज करते तो शानदार होता लेकिन आप मौसम पर नियंत्रण नहीं रख सकते।”