बिल्डर बनना चाहते हैं ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेम्स पेटिंसन
जेम्स पेटिंसन ने हाल ही में ‘बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन’ में डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू की है

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेम्स पेटिंसन का कहना है कि वह अब क्रिकेट को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। क्रिकेट से हटकर पेटिंसन का ध्यान अब बिल्डर बनने पर है। पेटिंसन को वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रही श्रृंखला में चोटिल मिशेल स्टार्क की जगह आस्ट्रेलिया टीम में शामिल किया गया है। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के तूफानी गेंदबाज मिचेल स्टार्क न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में एक मैच के दौरान चोटिल हो गए थे। स्टार्क के पैर में चोट लगी है। पेटिंसन ने टीम से जुड़ने के बाद कहा, “मैं अब क्रिकेट को उतनी संजीदगी से नहीं ले रहा हूं जिस तरह में पहले लेता था। क्रिकेट से दूर रहने के के दौरान मैंने क्रिकेट के अलावा भी कुछ काम किए और उनका भरपूर आनंद लिया।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरे बहुत से शौक हैं। मैंने अभी ‘बिल्डिंग एंड कंस्ट्रक्शन’ में डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू की है और मैं इसे लेकर गंभीर हूं।” पेटिंसन का अब तक का करियर चोटों से बाधित रहा है। उन्होंने अपने करियर में पैर, हैमस्ट्रींग, रिब्स जैसी चोटों का सामना किया है लेकिन पीठ का दर्द उनकी सबसे बड़ी समस्या रही है। 25 साल के जेम्स पेटिंसन ने ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम में पर्दापण साल 2011 में न्यूजीलैंड के विरुद्ध किया था। वह अब तक 13 टेस्ट मैचों में 51 विकेट ले चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने 30 की औसत 331 रन भी बनाए हैं। पेटिंशन ने अपना अंतिम टेस्ट मैच साल 2014 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध खेला था। आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज को पूरा भरोसा है कि वह उसी रफ्तार से गेंदबाजी करेंगे जिस के लिए वह जाने जाते हैं। उन्होंने इस साल घरेलू क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।