Duleep Trophy: बडोनी ने जड़ा दोहरा शतक, नॉर्थ जोन की हुई सेमीफाइनल में एंट्री

दलीप ट्रॉफी में आयुष बडोनी के दमदार दोहरे शतक के दमपर नॉर्थ जोन ने सेमीफाइनल में अपनी एंट्री कर ली है.

By Saurav Kumar Last Updated on - August 31, 2025 5:27 PM IST

North Zone in Semi Final: आयुष बडोनी के नाबाद दोहरे शतक की मदद से उत्तर क्षेत्र ने दलीप ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के चौथे और आखिरी दिन रविवार को यहां पूर्व क्षेत्र को वापसी करने का मौका नहीं दिया और पहली पारी में बढ़त के आधार पर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की.

पहली पारी में 183 रन की बढ़त लेने वाली उत्तर क्षेत्र की टीम ने दिन की शुरुआत दूसरी पारी में दो विकेट पर 388 रन से आगे से की. टीम ने चार विकेट पर 658 रन पर पारी घोषित की तब उसकी बढत 833 रन की हो चुकी थी और दोनों कप्तानों ने मैच को ड्रॉ समाप्त करने पर सहमति जता दी.

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बडोनी ने जड़ा शानदार दोहरा शतक

बडोनी 223 गेंद पर 204 रन पर नाबाद रहे जबकि कन्हैया वधावन 23 रन बनाकर नाबाद रहे. बडोनी ने उत्तर क्षेत्र के बल्लेबाजी जारी रखने के फैसले का पूरा फायदा उठाते हुए प्रथम श्रेणी करियर का दूसर दोहरा शतक पूरा किया.

बीते दिन 56 रन पर नाबाद रहे दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने 93 रन के स्कोर पर छक्का जड़ा और फिर एक रन चुरा कर 123 गेंद में अपना शतक पूरा किया.

कप्तान अंकित शर्मा दो रन से दोहरा शतक पूरा करने से चूक गये. दिन की शुरुआत 168 रन से करने वाले अंकित 198 रन बनाकर तेज गेंदबाज मुख्तार हुसैन की गेंद को मिड ऑन पर सूरज जायसवाल के हाथों में खेल गये.

नॉर्थ जोन ने सेमीफाइनल में की एंट्री

उन्होंने आउट होने से पहले बडोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 150 रन की साझेदारी की. इस विकेट के बाद भी पूर्व क्षेत्र के गेंदबाजों को राहत नहीं मिली. क्रीज पर आये निशांत सिंधू (91 गेंद में 68 रन) ने बडोनी के साथ 157 रन की साझेदारी कर टीम के स्कोर को 600 के पार पहुंचा दिया.

टीम ने बडोनी का दोहरा शतक पूरा होने के बाद पारी घोषित कर दी. बडोनी ने 13 चौके और तीन छक्के जड़े जबकि सिंधू ने दो चौके और पांच छक्के लगाये. पहली पारी में हैट्रिक सहित पांच विकेट लेने वाले उत्तर क्षेत्र के गेंदबाज आकिब नबी को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

मैच ड्रॉ के बाद उत्तर क्षेत्र के कप्तान अंकित ने कहा, ‘‘अगर हम चाहते तो परिणाम के लिए जा सकते थे. पहली पारी में बढ़त के कारण हमने कोशिश नहीं की. हम अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा को भी ( एशिया कप से पहले) जितना हो सके उतना तरोताजा रखना चाहते थे.’’