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97417000000 करोड़ बीसीसीआई ने एक साल में कमाए, अकेले आईपीएल से ही...

बीसीसीआई को अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के प्रसारण अधिकारों सहित गैर-आईपीएल मीडिया अधिकारों की बिक्री से 361 करोड़ रुपये प्राप्त हुए.

user-circle cricketcountry.com Written by Akhilesh Tripathi
Published: Jul 18, 2025, 11:56 AM (IST)
Edited: Jul 18, 2025, 11:56 AM (IST)

BCCI Revenue in 2023-2024: इंडियन प्रीमियर लीग से बीसीसीआई की कमाई में हर साल लगातार इजाफा हो रहा है. दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड का खजाना बढ़ता जा रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 में बीसीसीआई ने 9,741.7 करोड़ रुपये की कमाई है, जिसमें अकेले आईपीएल का योगदान 59 प्रतिशत है.

हिंदू बिजनेस लाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेडिफ्यूजन के हवाले से, बीसीसीआई ने वित्त वर्ष 2023-24 में 9,741.7 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया, जिसमें आईपीएल का योगदान 5,761 करोड़ रुपये है.

बिजनेस स्‍ट्रेजिस्‍ट और इंडिपेंडेट डायरेक्‍टर लॉयड मथियास के हवाले से कहा, बीसीसीआई को 2007 में एक सुनहरा मौका मिला, आईपीएल जो अब पूरी तरह से बीसीसीआई का हिस्सा है, इसके मीडिया अधिकार लगातार बढ़ रहे हैं. आईपीएल यह भी सुनिश्चित करता है कि रणजी ट्रॉफी स्तर के खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिले. आईपीएल आगे भी बढ़ता रहेगा और मुनाफा कमाता रहेगा.

‘घरेलू क्रिकेट से और रेवन्यू बढ़ा सकता है बीसीसीआई’

रीडिफ्यूजन के प्रमुख संदीप गोयल के अनुसार, बोर्ड ने अभी तक राजस्व सृजन के मामले में अपनी पूरी क्षमता का एहसास नहीं किया है, क्योंकि भारत के शीर्ष घरेलू लाल गेंद टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी सहित अपने घरेलू प्रतियोगिताओं के व्यवसायीकरण की “अपार संभावना” है. गोयल ने कहा, बीसीसीआई के पास गैर-आईपीएल राजस्व बढ़ाने के लिए रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी या सीके नायडू ट्रॉफी जैसे पारंपरिक प्रारूपों का व्यवसायीकरण करने की अपार क्षमता है.

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बीसीसीआई के पास लगभग 30,000 करोड़ का रिजर्व

रिपोर्ट के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के प्रसारण अधिकारों सहित गैर-आईपीएल मीडिया अधिकारों की बिक्री से 361 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. बोर्ड के पास लगभग 30,000 करोड़ का रिजर्व है, जिससे उसे सालाना लगभग ₹1,000 करोड़ का ब्याज मिलता है. रिपोर्ट के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) फंडिंग के लिए BCCI पर निर्भर है क्योंकि वह उतना राजस्व अर्जित करने में विफल रही है जितना उसे करना चाहिए.