एशेज के दौरान बेन स्टोक्स में वो आक्रामकता नहीं दिख रही जिससे विरोधी टीमें डरती थी: रिकी पॉन्टिंग
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन एशेज टेस्ट मैचों की 5 पारियों में बेन स्टोक्स ने कुल 90 रन बनाए हैं।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) का मानना है कि बेन स्टोक्स (Ben Stokes) में वो आक्रामकता नजर नहीं आ रही जिससे विरोधी टीमें डरा करती थी। पॉन्टिंग ने कहा कि मौजूदा एशेज सीरीज में वो जरूरत से ज्यादा रक्षात्मक खेल दिखा रहे हैं। पॉन्टिंग ने बॉक्सिंग डे टेस्ट की पहली पारी में आसानी से विकेट गंवाने के लिए इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (Joe Root), स्टोक्स और जॉस बटलर (Jos Buttler) की आलोचना की। इंग्लैंड सीरीज में 0-2 से पीछे है।
‘क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू’ से बातचीत में पॉन्टिंग ने कहा, ‘‘वो ज्यादा ही रक्षात्मक खेल रहा है। वो स्टोक्स दिख ही नहीं रहा जिसकी आक्रामकता से विरोधी टीमें डर जाती थी। इसका कारण समझ में आता है। एक तो बल्लेबाजी के लिए हालात अनुकूल नहीं है और दूसरा उसका सामना बेहतरीन गेंदबाजों से हो रहा है।’’
पॉन्टिंग ने कहा कि स्टोक्स को इंग्लैंड को संकट से निकालने के लिए पारंपरिक रवैये को छोड़ना होगा। उन्होंने कहा,‘‘लेकिन मुझे लगता है कि आप चुपचाप हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठ सकते। ऐसे में तो ये गेंदबाज दबाव बना ही लेंगे। जब मैं खेलता था तब टीम में हम अक्सर कहते थे कि जितना अच्छा गेंदबाज होगा, उतना ही जोखिम बल्लेबाज को लेना होगा क्योंकि कोई खराब गेंद नहीं मिलने वाली।’’
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन से स्टोक्स पर दबाव बढ़ गया है। उन्होंने कहा, ‘‘पांचवें नंबर पर उतरकर उसे पता है कि उसका रन बनाना कितना जरूरी है। इसलिए वो अतिरिक्त प्रयास कर रहा है। लेकिन उससे कमजोर तकनीक वाले बल्लेबाजों को उससे ऊपर भेजना समझ से परे है। मुझे लगता है कि जो रूट के बाद तकनीकी रूप से स्टोक्स दूसरा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है।’’