रिटायरमेंट के बाद Ab de Villiers ने बताया अपना फ्यूचर प्लान, द. अफ्रीकी टीम में भी होगी भूूमिका
साउथ अफ्रीका की टीम (India vs South Africa) तमाम बड़े क्रिकेटर्स की गैर-मौजूदगी में इस वक्त पांच साल पहले के मुकाबले काफी कमजोर है.
साउथ अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज रहे एबी डिविलियर्स (Ab de Villiers) भले ही एक खिलाड़ी के तौर पर सभी फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हों लेकिन इसके बावजूद भी उनका करियर अभी खत्म नहीं हुआ है. डिविलियर्स ने स्वयं यह स्पष्ट कर दिया है कि साउथ अफ्रीका क्रिकेट और आईपीएल की की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में उनकी भूमिका होने रहेगी. मतलब स्पष्ट है कि डिविलियर्स आईपीएल 2022 के दौरान बैंगलोर फ्रेंचाइजी में कोचिंग स्टाफ के तौर पर मौजूद रहेंगे. क्रिकेट साउथ अफ्रीका में उनका क्या रोल होगा यह अभी तय नहीं है.
एबी डिविलयर्स (Ab de Villiers) ने बीते साल नवंबर में सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था. इससे पहले आईपीएल 2018 के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था. इस बात की अटकलें थी कि डिविलियर्स विश्व कप 2021 से पहले अफ्रीकी टीम में वापसी कर सकते हैं लेकिन सीएसए के साथ उनकी बात नहीं बन पाई.
डिविलियर्स (Ab de Villiers) ने ‘टाइम्स लाइव’ से कहा ,‘‘ मेरा मानना है कि दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट और आरसीबी में मेरे लिये कोई भूमिका जरूर होगी . भविष्य के बारे में मुझे पता नहीं लेकिन समय आने पर देखा जायेगा .’’
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 20017 रन बना चुके डिविलियर्स के नाम सबसे तेज वनडे अर्धशतक, शतक और 150 रन का रिकॉर्ड है . उन्होंने आरसीबी के लिये 156 मैच खेलकर 4491 रन बनाये .
उन्होंने कहा ,‘‘ उम्मीद है कि भविष्य में कभी जब मुड़कर देखूंगा तो यह इत्मीनान होगा कि मैने कुछ खिलाड़ियों के जीवन में बड़ा बदलाव लाया . यही मेरा फोकस है और मुझे नहीं पता कि यह पेशेवर तौर पर होगा या अस्थायी तौर पर . समय आने पर देखेंगे .’’
डिविलियर्स (Ab de Villiers) ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच पिछले साल खेलना काफी चुनौतीपूर्ण था. उन्होंने कहा ,‘‘ दो बार आईपीएल के लिये जाना, इतने सारे यात्रा प्रतिबंध, कोरोना जांच, उड़ान रद्द होना या छूटना, बच्चों के स्कूल का प्रबंध सब कुछ बहुत चुनौतीपूर्ण था. ऐसे में ऊर्जा बनाये रखना मुश्किल था.’’