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15 साल के देव पटेल ने की अनिल कुंबले के 10 विकेट वाले रिकॉर्ड की बराबरी

भारतीय क्रिकेट इतिहास में ये दूसरी बार हआ है।

user-circle cricketcountry.com Written by Cricket Country Staff
Published: Nov 20, 2016, 02:24 PM (IST)
Edited: Nov 20, 2016, 02:29 PM (IST)

 © Getty Images (Representational Image)
© Getty Images (Representational Image)

क्रिकेटप्रेमी इस बात को भलीभांति जानते हैं कि अनिल कुंबले के नाम भारत की ओर से एक पारी में सर्वाधिक 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड है। उन्होंने यह कारनामा साल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में मुकम्मल किया था। दुनिया में उनके पहले यह कारनामा इंग्लैंड के जिम लेकर ने मुकम्मल किया था। उन्होंने ठीक 59 वर्ष पहले यानी 31 जुलाई 1956 को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास रचा था। वे किसी एक टेस्ट पारी में पूरे 10 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे। उन्होंने इसके अलावा एक टेस्ट में 19 विकेट लेने का कीर्तिमान भी अपने नाम किया था। जिम लेकर के बाद भारतीय टीम के कोच अनिल कुंबले ने 10 टेस्ट मैच की एक पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा किया। ऐसा कारनामा करने वाले कुंबले इकलौते भारतीय हैं।

तबसे दुनिया का कोई अन्य गेंदबाज इस फेहरिस्त में अपना नाम नहीं जुड़वा सका है। लेकिन इसी बीच भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक 15 साल के युवा क्रिकेटर ने एक पारी में 10 विकेट लेकर अनिल कुंबले के इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। इस लड़के का नाम देव पटेल है। देव ने दाहिने हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज हैं। उन्होंने यह रिकॉर्ड मुंबई में हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में बनाया। पटेल ने एन जमनाबाइ नरसी हाई स्कूल की ओर से खेलते हुए केवल 9 रन देकर राजहंस विद्यालय के सभी 10 विकेट लिए। राजहंस की टीम केवल 83 रन ही बना सकी। इससे पहले देव ने बल्ले से भी अच्छे हाथ दिखाए और 35 रनों की पारी खेली। [भारत बनाम इंग्लैंड, दूसरा टेस्ट, लाइव स्कोरकार्ड देखने के लिए क्लिक करें…]

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देव ने अपनी उपलब्धि पर बातचीत करते हुए कहा, “मैं ये अपनी टीम के बगैर नहीं कर सकता था। मैं एक ही लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी कर रहा था। विपक्षी बल्लेबाज जो स्कोर को चेज कर रहे थे वह हर गेंद पर प्रहार करने की कोशिश कर रहे थे।” देव ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में चर्चा करते हुए कहा, “मैं क्रीज पर रुकने की कोशिश कर रहा था। वहीं, अन्य लोग तेजी से रन स्कोर करने की कोशिश कर रहे थे। यह ऐसा नहीं है कि पिच अलग थी, शायद हमारे खेलने का तरीका अलग था।”