ENG vs IND: विदेशी धरती पर कैसे चलता रहेगा गिल का बल्ला? दादा ने दिया खास टिप्स
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान सौरव गांगुली ने भारत के मौजूदा टेस्ट कप्तान शुभमन गिल की बल्लेबाजी को लेकर खास सलाह दी है.
Ganguly Tips For Shubman Gill: इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में शुभमन गिल के ‘फुटवर्क’ से बेहद प्रभावित पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को उम्मीद है कि अगर लीड्स में टेस्ट श्रृंखला के पहले मैच के पहले दिन की तरह ही उनके पैरों की मूवमेंट शानदार रही तो यह युवा भारतीय कप्तान विदेशी परिस्थितियों में भी ढेरों रन बनाएगा.
कप्तान के तौर पर अपना पहला टेस्ट खेल रहे गिल ने नाबाद 127 रन की शानदार पारी खेली जिसमें कई बेहतरीन ड्राइव शामिल रहे. भारत ने पहले दिन का खेल तीन विकेट पर 359 रन पर समाप्त किया जिससे इंग्लैंड का गेंदबाजी आक्रमण कमजोर नजर आया.
पैर का मूवमेंट गिल का शानदार
घरेलू गेंदबाजों ने ज्यादातर ‘मिडिल और ऑफ’ स्टंप लाइन पर फुल लेंथ की गेंदबाजी की और गिल ने चुनौती का सामना शानदार तरीके से किया और कुछ बेहतरीन ड्राइव लगाए.
गांगुली ने पीटीआई को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं विदेशी सरजमीं पर उनके पैरों की मूवमेंट देखकर बहुत खुश हूं, विदेशी धरती पर इसमें काफी सुधार हुआ है. शुभमन के पैर का मूवमेंट शानदार था, उन्होंने कोई गलती नहीं की.’’
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इंग्लैंड को उस विकेट पर (पहले) गेंदबाजी नहीं करनी चाहिए थी और उन्होंने अच्छी गेंदबाजी भी नहीं की. उनके (गिल के) पैरों का मूवमेंट शानदार था, मुझे उम्मीद है कि यह उनके लिए स्थायी बात होगी क्योंकि अगर वह इंग्लैंड और विदेशी परिस्थितियों में इसी तरह बल्लेबाजी करते रहे तो वह बहुत रन बनाएंगे.’’
गांगुली ने कहा, ‘‘अगर वह इसी तरह खेलते रहे तो उनका औसत भी 40-45 तक बढ़ जाएगा, यह पारी उन्हें काफी आत्मविश्वास देगी क्योंकि आपका आत्मविश्वास आपके प्रदर्शन के आधार पर बनता है, कल जिस तरह से वह स्विंग से निपट रहे थे उनकी तकनीक काफी अच्छी थी.’’
सभी फॉर्मेट के प्लेयर हैं शुभमन गिल
इस श्रृंखला को भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है जिसमें गिल की अगुआई वाली टीम दिग्गज विराट कोहली, रोहित शर्मा और स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के बिना खेल रही है.
इसे बदलाव का कठिन दौर माना जा रहा है लेकिन इसकी शुरुआत शानदार रही है. गांगुली ने कहा कि वह सहज बदलाव के बारे में कभी चिंतित नहीं थे क्योंकि भारत में मजबूत घरेलू ढांचे की बदौलत बहुत प्रतिभा है.
गांगुली ने कहा, ‘‘मैं भारतीय क्रिकेट के बारे में कभी चिंतित नहीं था. कोई ना कोई भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएगा. मैं यशस्वी (जायसवाल) को देखकर हैरान नहीं हूं क्योंकि मैं उन्हें शानदार बल्लेबाज मानता हूं. वह ऐसा खिलाड़ी है जिसे सभी प्रारूपों में खेलना चाहिए.’’