BGT: सिराज पर निशाना साधने वाले ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों पर भड़के सुनील गावस्कर, गुस्से में कही बड़ी बात
भारतीय टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों पर गुस्सा दिखाया है जिन्होंने एडिलेड टेस्ट विवाद के बाद मोहम्मद सिराज को निशाना बनाया था.
Sunil Gavaskar on Mohammad Siraj: भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर ने एडीलेड में दिन रात्रि टेस्ट में ट्रेविस हेड के साथ विवाद में मोहम्मद सिराज पर निशाना साधने को लेकर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट ‘पंडितों’ के दोहरे चरित्र की आलोचना की है. पांच मैचों की श्रृंखला के दूसरे टेस्ट में बाएं हाथ के बल्लेबाज हेड ने शतक पूरा करने के बाद डीप स्क्वायर लेग पर छक्का लगाया जिसके बाद सिराज ने उन्हें बोल्ड कर दिया और ड्रेसिंग रूम की ओर जाने का इशारा किया था.
हेड ने दावा किया कि उन्होंने आउट होने के बाद सिराज से कहा था कि ‘अच्छी गेंदबाजी की’ लेकिन भारतीय गेंदबाज ने इस दावे से इनकार किया. सिराज पर मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और हेड को फटकार लगाई गई जबकि दोनों खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने एक-एक डिमेरिट अंक भी दिया.
ज्ञान देने वाले खुद ऐसे व्यवहार के लिए मशहूर
गावस्कर ने ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’में कटाक्ष करते हुए लिखा, ‘‘ सिराज के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के ‘पंडितों’ से कड़ी प्रतिक्रिया मिल रही है. ऐसी प्रतिक्रिया वहीं दे रहे जिन्हें मैदान पर इस तरह के व्यवहार के लिए जाना जाता है.’’
उन्होंने लिखा, ‘‘ इससे ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसक नाराज हो सकते हैं कि सिराज ने शानदार शतक बनाने वाले स्थानीय खिलाड़ी को आक्रामक इशारा किया.’’ गावस्कर ने दोहरे चरित्र पर कटाक्ष किया कि कैसे यही लोग अपने खिलाड़ियों के असभ्य व्यवहार का समर्थन करते हैं.
सिराज का गुस्सा आश्चर्यजनक था
उन्होंने लिखा, ‘‘ यह लोग हालांकि अगले सत्र में की एशेज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के किसी तेज गेंदबाज की इंग्लैंड के बल्लेबाज के खिलाफ इस तरह की हरकत का समर्थन करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मीडिया में कुछ सुझाव थे कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को को फिर से पहले की तरह बेहद आक्रामक रवैया अपनाना चाहिये.’’ गावस्कर हालांकि सिराज के गुस्से से आश्चर्यचकित थे क्योंकि आईपीएल ने खिलाड़ियों के बीच कटुता को कम कर दिया था.
उन्होंने कहा, ‘‘सिराज का गुस्सा आश्चर्यजनक था क्योंकि इंडियन प्रीमियर लीग ने ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटरों और कोचों को करोड़पति बनाने के अलावा एक काम किया है और वह काम है पहले से मौजूद कटुता को काफी हद तक कम करना.’’