जो ऑस्ट्रेलिया नहीं कर पाया वो टीम इंडिया ने कर दिखाया, चेज करते हुए वनडे में रचा इतिहास
साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 278 रन बनाये थे। भारत ने 45.5 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
रांची। भारतीय क्रिकेट टीम ने तीन मैचों की सीरीज के दूसरे वनडे में रविवार को यहां साउथ अफ्रीका को सात विकेट से हराकर सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 278 रन बनाये थे। भारत ने 45.5 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।
भारत के लिए श्रेयस अय्यर ने नाबाद 113 जबकि इशान किशन ने 93 रन की पारी खेली। इस शानदार जीत के साथ ही टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है। भारत लक्ष्य का पीछा करते हुए 300 वनडे मुकाबले जीतने वाली पहली टीम बन गई है। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया का नंबर आता है जिसने चेज करते हुए 257 वनडे मैच जीते हैं।
नियमित कप्तान तेम्बा बावुमा की गैरमौजूदगी दक्षिण अफ्रीका का नेतृत्व कर रहे केशव महाराज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। अनुभवी क्विंटन डिकॉक ने पारी की पहली ही गेंद पर मोहम्मद सिराज के खिलाफ शानदार चौका जड़ा लेकिन इस गेंदबाज ने अपने दूसरे ओवर की शुरुआती गेंद पर उन्हें बोल्ड कर दिया।
सलामी बल्लेबाज जानेमन मलान (25) और हेंड्रिक्स ने इसके बाद संभल कर बल्लेबाजी। हरफनमौला शाहबाज ने 10वें ओवर में मलान को पगबाधा कर एकदिवसीय करियर का पहला विकेट झटका। स्पिन गेंदबाज की अपील को मैदान अंपायर ने ठुकरा दिया था लेकिन रिव्यू के बार उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा।
हेंड्रिक्स ने 12वें ओवर में कुलदीप यादव के खिलाफ चौका लगाया जिसके बाद इस ओवर में टीम का पचासा पूरा हुआ। हेंड्रिक्स और मार्कराम इसके बाद संभल कर बल्लेबाजी करते हुए बीच-बीच में गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाते रहे, जिससे टीम की रन गति में सुधार हुआ और 21 ओवर में दक्षिण अफ्रीका ने 100 रन पूरे कर लिये।
हेंड्रिक्स ने पारी के 26वें ओवर की पांचवीं गेंद पर शाहबाज के खिलाफ एक रन लेकर वनडे करियर का अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अगले ओवर में कुलदीप के खिलाफ पारी का पहला छक्का जड़ा।
मार्कराम के खिलाफ 28वें ओवर की दूसरी गेंद पर आवेश की अपील पर अंपायर ने आउट दे दिया लेकिन रिव्यू का सहारा लेने के बाद वह बच गये। रिप्ले में दिखा कि गेंद उनके बल्ले का किनारा लिये बगैर विकेटकीपर संजू सैमसन के दस्तानों में गयी थी। उन्होंने अगली गेंद पर एक रन लेकर 64 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। एकदिवसीय में यह उनका पांचवां अर्धशतक है।
अगली ही गेंद पर हेंड्रिक्स ने चौका लगाकर मार्कराम के साथ 107 गेंद में शतकीय साझेदारी पूरी की। मार्कराम ने भी इसके बाद वाशिंगटन सुंदर की गेंद को दर्शकों के पास पहुंचाकर अपना पहला छक्का लगाया।
खतरनाक होती इस साझेदारी को सिराज ने हेंड्रिक्स को आउट कर तोड़ा। क्रीज पर आये क्लासेन ने सुंदर के खिलाफ चौका और फिर शाहबाज के खिलाफ छक्का जड़ आक्रामक रूख दिखाया। 37वें ओवर में उनके चौके से दक्षिण अफ्रीका ने 200 रन पूरे किये।
उन्होंने इसके बाद कुलदीप के खिलाफ अपनी पारी का दूसरा छक्का लगाया लेकिन इस गेंदबाज ने ओवर की आखिरी गेंद पर अपनी फिरकी में उन्हें फंसा लिया। क्लासेन ने 26 गेंद में 30 रन बनाये।
सुंदर ने अगले ओवर में मार्कराम को चलताकर भारतीय टीम को बड़ी सफलता दिलायी। कप्तान शिखर धवन ने डाइव लगाकर उनका शानदार कैच लपका। इस विकेट से दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 215 रन से पांच विकेट पर 215 रन हो गया।