एक वक्‍त में दो टीमों के खेलने पर पहली बार Virat Kohli ने तोड़ी चुप्‍पी, कहा- ऐसे तो...

विराट एंड कंपनी साढ़े तीन महीने के लिए इंग्‍लैंड जा रही है. पीछे से जुलाई में युवा भारतीय टीम राहुल द्रविड़ की अगुवाई में श्रीलंका जाकर खेलेगी.

By India.com Staff Last Published on - June 2, 2021 7:54 PM IST

India Tour of England: भारतीय टीम आज दो जून को इंग्‍लैंड दौरे के लिए निकल रही है. करीब साढ़े तीन महीने यूके में बिताने के बाद रवि शास्‍त्री (Ravi Shastri) और विराट कोहली (Virat Kohli) के नेतृत्‍व वाली ये टीम वापस घर लौटेगी. इसी बीच एक युवा टीम जुलाई में श्रीलंका का दौरा भी करने वाली है. विराट कोहली का मानना है कि भविष्‍य में एक समय में दो भारतीय टीमों का खेलना आम व्‍यवस्‍था होने वाली है.

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विराट एंड कंपनी साढ़े तीन महीने के लिए इंग्‍लैंड जा रही है. पीछे से जुलाई में युवा भारतीय टीम राहुल द्रविड़ की अगुवाई में श्रीलंका जाकर खेलेगी. इंग्‍लैंड के लिए विशेष विमान से निकलने से पूर्व विराट कोहली (Virat Kohli) ने मुख्‍य कोच के साथ मिलकर पत्रकारों को संबोधित किया. विराट का मानना है कि वो क्रिकेट से ज्‍यादा बायो-बबल (Bio-bubble) के कारण खुद को थका हुआ महसूस कर रहे हैं. यही वजह है कि भविष्‍य में बायो-बबल की थकान को मिटाने के लिए दो टीमों को खिलाना एक मजबूरी बन जाएगी.

विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा, ‘‘ मौजूदा वक्‍त में लंबे समय से जिस तरह के ढांचे में हम खेल रहे हैं, उसमें खिलाड़ियों का जोश बनाये रखना और मानसिक ठहराव को पाना मुश्किल है. आप एक ही इलाके में कैद रहते हैं और रोज एक सी दिनचर्या रहती है. ऐसे में भविष्य में दो टीमों का एक समय पर अलग अलग जगहों पर खेलना आम बात होगी.’’

कोहली (Virat Kohli) ने कहा ,‘‘ कार्यभार के अलावा मानसिक स्वास्थ्य का पहलू भी अहम है. आज के दौर में जब आप मैदान पर जाते हैं और कमरे में लौटते हैं तो आपके पास ऐसी कोई जगह नहीं होती कि आप खेल से अलग हो सकें. आप वॉक पर या खाने या कॉफी के लिये बाहर जा सकें और कह सकें कि मैं तरोताजा हो सकूं.’’

कोहली ने कहा ,‘‘ यह बड़ा पहलू है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता. हमने यह टीम बनाने में काफी मेहनत की है और हम नहीं चाहते कि मानसिक दबाव के कारण खिलाड़ियों पर असर पड़े.’’

विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा ,‘‘हमेशा एक ऐसा माध्यम होना चाहिये जिसके तहत खिलाड़ी प्रबंधन से कह सकें कि उन्हें ब्रेक की जरूरत है. यह बड़ा पहलू है और मुझे यकीन है कि प्रबंधन इसे समझता है.’’