India vs Australia: 'जड्डू' भाई ने ड्रेसिंग रूम में आने के बाद चक्कर की शिकायत की थी: संजू सैमसन
सैमसन ने चहल की खूब तारीफ की जिन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था
विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने कैनबरा में खेले गए पहले टी20 मैच में ऑस्ट्रेलिया को 11 रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. इस मैच में जीत के नायक बने स्पिन गेंदबाजी युजवेंद्र चहल (Yazuvendra Chahal) जिन्हें रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के स्थान पर कनकशन के रूप में फील्डिंग के समय मैदान पर उतारा गया था. इसको लेकर काफी बहस भी शुरू हो गई है.
भारतीय बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) ने कहा कि जडेजा भारतीय पारी पूरी करने के बाद चक्कर महसूस कर रहे थे जिसके बाद उनके विकल्प के तौर पर उतारे गए चहल ने सभी को दिखाया कि किसी भी समय मिले मौके के लिए कैसे तैयार रहना चाहिए.
चहल टीम में शामिल नहीं थे, वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में रविंद्र जडेजा के कनकशन विकल्प के तौर पर आए और उन्होंने 25 रन देकर तीन विकेट चटकाकर मैच जीतने में अहम भूमिका निभाई.
फिजियो जडेजा ने दिया ये जवाब
सैमसन ने मैच के बाद वर्चुअल मीडिया कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘उनके हेलमेट में अंतिम ओवर (मिशेल स्टार्क के) में गेंद लगी और जब वह ड्रेसिंग रूम में आये थे तो फिजियो (नितिन पटेल) ने उनसे पूछा कि उन्हें कैसा लग रहा है. उन्होंने (जडेजा ने) कहा कि वह थोड़े चक्कर महसूस कर रहे हैं. ’
उन्होंने कहा, ‘टीम के डॉक्टर (अभिजीत साल्वी) की सलाह के अनुसार उन पर नजर रखी जा रही है. ’
सैमसन हालांकि जडेजा की हैमस्ट्रिंग पर कोई अपडेट नहीं दे सके जो उन्हें 19वें ओवर में जोश हेजलवुड की गेंदबाजी के दौरान हुई थी जिसके लिये पट्टी बांधी गई थी.
उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि जड्डू भाई कैसा महसूस कर रहे हैं क्योंकि फिजियो उनकी देखभाल कर रहे हैं. ’ वह जडेजा के टी20 श्रृंखला से बाहर होने या नहीं होने के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते, हालांकि कनकशन प्रोटोकॉल के अनुसार खिलाड़ी को एक हफ्ते के आराम दिया जाता है जिसका मतलब है कि वह अगले दो मैचों के लिये उपलब्ध नहीं होंगे.
हालांकि सैमसन ने चहल की खूब तारीफ की जिन्हें मालूम नहीं था कि वह भारत की जीत में इतनी बड़ी भूमिका निभाने जा रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों का स्तर इतना बढ़िया है कि आप उन्हें कभी भी खेलने को पूछो, वे तैयार रहते हैं. चहल ने अपने मौके का फायदा उठाया और यह सभी के लिये अच्छा सबक रहा कि उन्हें हर समय तैयार रहना चाहिए.’