आयरलैंड के क्रिकेटर जॉन मूनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास

जॉन मूनी को विश्व कप 2011 में इंग्लैंड के विरुद्ध उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए याद किया जाता है

By Cricket Country Staff Last Published on - December 8, 2015 12:59 PM IST
जॉन मूनी आयरलैंड के उन चार खिलाड़ियों में रहे जिन्होंने तीन विश्व कप में शिरकत की © Getty Images
जॉन मूनी आयरलैंड के उन चार खिलाड़ियों में रहे जिन्होंने तीन विश्व कप में शिरकत की © Getty Images

आयरलैंड के क्रिकेटर जॉन मूनी ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा कह दिया। ऑलराउंडर मूनी ने संन्यास लेने की वजह शारीरिक तनाव को बताया। इसके अलावा
उन्होंने बताया कि वह अपने परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहते हैं व उनका ध्यान जिम व निजी ट्रेनिंग बिजनेस पर है। कुछ दिनों पहले मूनी ने दिमागी तनाव के बारे में भी जिक्र किया था। मूनी 2015 विश्व कप में आयरलैंड टीम का अंग रहे थे। वह उनका तीसरा विश्व कप था जिसमें वह शामिल हुए थे। मूनी ने अपना यह निर्णय मास्टर्स क्रिकेट लीग में चुने जाने के तुरंत बाद लिया।

33 साल के मूनी ने आयरलैंड के लिए 64 ओडीआई मैच व 27 टी20 मैच खेले हैं। वह अपनी टीम की ओर से अंतिम मैच नामीबिया के खिलाफ इंटरकॉन्टीनेंटल कप 2015-17 में
खेले थे। मूनी ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत में बताया, ‘मैंने अपने बेहतरीन क्रिकेट करियर को अलविदा कहने का निश्चय किया है जो आयरलैंड की टीम की ओर से
शानदार रहा। करियर के इस पड़ाव पर मैं आगे क्या करूंगा इसके बारे में सोच रहा हूं। हालांकि मैं अपने जिम व निजी ट्रेनिंग बिजनेस को लेकर प्रतिबद्ध हूं। मैंने हमेशा अपनी
टीम के लिए अपना 100 प्रतिशत दिया है और यदि मैं बिना प्रतिबद्धता के साथ टीम की ओर से लगातार क्रिकेट खेलता रहता तो यह सही नहीं होता। इसीलिए मैंने संन्यास लेने
का फैसला किया।’

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‘मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पिछले 14 सालों से खेल रहा हूं और पिछले कुछ सालों में मैंने महसूस किया है कि आधुनिक खेल की तीव्रता और मांग की वजह से मेरा शरीर तनाव
महसूस करने लगा है। साथ ही मेरी बीवी और छोटे बच्चों से बहुत दिन तक दूर रहना भी कठिन है।’ अपने संन्यास के समय मूनी आयरलैंड के उन चार खिलाड़ियों में रहे जिन्होंने
तीन विश्व कप में शिरकत की। उन्होंने विश्व कप 2011 में आयरलैंड की इंग्लैंड पर 3 विकेट की उस बेहतरीन जीत में अच्छा योगदान दिया था। उन्होंने इस मैच में बल्लेबाजी क्रम
में नीचे आते हुए केविन ओब्रायन का बेहतरीन साथ निभाते हुए 30 गेंदों में 33 रनों की पारी खेली थी।

आयरलैंड टीम के कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड ने बताया कि ऐसे बहुत कम खिलाड़ी हैं जिन्होंने मूनी की तरह ज्यादा गर्व से आयरलैंड टीम की जर्सी को पहना हो। उसका जुनून,
मैच जीतने के लिए लड़ने का अंदाज और उत्साह बताता है कि वह एक बेहतरीन क्रिकेटर थे। जाहिर है कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए हमेशा याद
किया जाएगा। लेकिन मुझे इंटरकॉन्टीनेंटल कप में अफगानिस्तान के खिलाफ उनकी गेंदबाजी हमेशा याद रहेगी।