टीम इंडिया में Jasprit Bumrah की वही हैसियत है, जो पाकिस्तान में वसीम-वकार की थी: सलमान बट्ट
पूर्व कप्तान सलमान बट्ट ने कहा कि जसप्रीत बुमराह टोयोटा या कोरोला जैसी साधारण कार नहीं बल्कि ‘फरारी या लैंबोर्गनी किस्म की कार हैं.
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और पूर्व सलामी बल्लेबाज सलमान बट्ट (Salman Butt) ने भारतीय तेज गेंदबाज जमप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की जमकर तारीफ की है. सलमान ने इस भारतीय गेंदबाज को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक कहा. उन्होंने कहा कि आसान शब्दों में कहूं तो वह ‘फरारी’ कार हैं.
इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि जसप्रीत बुमराह ने तीनों फॉर्मेट के लिहाज से खुद को बेस्ट बॉलर के रूप में तैयार किया है. भारतीय टीम के कप्तान उन पर काफी निर्भर करते हैं, जो किसी भी परिस्थिति से अपनी टीम को विकेट निकालकर देने में सक्षम है और रनों पर लगाम लगाना भी वह बखूबी जानते हैं.
सलमान बट्ट अपने यूट्यूब चैनल ‘फिर लग पता जाएगा’ में बुमराह की गेंदबाजी पर बात कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह टोयोटा और कोरोला (कार) नहीं हैं, कि आपने जहां चहां वहां उन्हें चला दिया. कभी कच्ची सड़क पर तो कभी पक्की सड़क पर. वह फरारी और लैंबोर्गनी… किस्म की दर्जे वाली कार हैं, जिन्हें खास मौकों पर ही इस्तेमाल करना चाहिए. ऐसे गेंदबाजों के लिए आपको चाहिए कि आप उनका इस्तेमाल न्यायपूर्ण ढंग से करें.
बट्ट ने कहा, ‘आपको उन्हें खिलाने के लिए परिस्थितियों और मौकों का ख्यास रखना होगा. ऐसा करने से आप इस शानदार क्षमता वाले खिलाड़ी को अधिक से अधिक अपनी टीम के लिए खिला पाएंगे. अगर उन्हें सिर्फ उपयोगी मैचों में ही खिलाया जाएगा तो वह उतने ही बेहतर परिणाम भी देंगे.
बट्ट ने 27 वर्षीय बुमराह की तारीफ करते हुए आगे कहा, ‘भारतीय टीम में बुमराह की वही हैसियत है, जो पाकिस्तान के लिए वसीम अकरम और वकार यूनिस की होती थी. अगर किसी टीम को जीत के लिए अंतिम 5 ओवर में 30-40 रन चाहिए होते थे, तो वह ऐसा होने नहीं देते थे. यही काम बुमराह भी बखूबी करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘बुमराह में वह काबिलियत है, जो अंतिम ओवरों में भारत को जीत दिला सकें. उनका डॉट बॉल प्रतिशत शानदार है. यॉर्कर पर उनका नियंत्रण बेहतरीन है. वह अपने एक्शन से चकमा देने में कामयाब रहते हैं. वह स्लो बॉल या तेज बाउंसर फेंकने में भी माहिर हैं. वह अपनी टीम और कप्तान के लिए बेशकीमती खजाना हैं.’