T20I से क्यों लिया संन्यास का फैसला ? मिचेल स्टॉर्क ने किया बड़ा खुलासा
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ने कहा, मैं इसको लेकर असमंजस में था कि कौन सा प्रारूप रखना सही रहेगा, मैंने 2027 में होने वाले विश्व कप को ध्यान में रखते हुए वनडे को चुना, लेकिन मुझे अब भी लगता है कि मेरे पास वनडे टीम को देने के लिए बहुत कुछ है.
Mitchell Starc on Retirement: ऑस्ट्रेलिया के 35 वर्षीय तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने टी-20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास का ऐलान कर सभी को चौंका दिया है. टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास के बाद उन्होंने इसे लेकर बड़ा खुलासा किया है. मिशेल स्टार्क का मानना है कि टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट खेलने के लिए उनमें अभी भी बहुत कुछ बचा है तथा वह खेल के सबसे लंबे प्रारूप में अधिक सफलता हासिल करने के लिए अपने शरीर का भरपूर इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं.
स्टार्क ने हाल ही में टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की ताकि वह खुद को एशेज, आईपीएल, भारत में टेस्ट श्रृंखला और दो साल में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए तैयार रख सकें. इसका मतलब है कि यह स्टार तेज गेंदबाज अगले साल की शुरुआत में भारत और श्रीलंका में होने वाले टी-20 विश्व कप में भी नहीं खेलेगा.
टेस्ट क्रिकेट और वनडे वर्ल्ड कप खेलने पर कर रहा हूं फोकस: स्टॉर्क
क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने स्टार्क के हवाले से कहा, मैं जितना संभव हो सके उतना टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए अपने शरीर का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहता हूं. उन्होंने कहा, मुझे लगा कि मुझे दूसरे प्रारूपों में से एक को छोड़ना होगा, मुझे लगता है कि मेरे पास वनडे टीम को देने के लिए बहुत कुछ है और मेरा लक्ष्य 2027 तक अपनी फिटनेस बनाए रखना है, साथ ही 2027 में होने वाले विश्व कप के लिए टीम में जगह बनाने के लिए भी काफी अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
मेरे पास वनडे टीम को देने के लिए बहुत कुछ है: स्टॉर्क
स्टार्क ने संयुक्त अरब अमीरात में 2021 में टी20 विश्व कप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जहां ऑस्ट्रेलिया ने इस प्रारूप में अपना पहला विश्व खिताब जीता था. उन्होंने कहा, मैं इसको लेकर असमंजस में था कि कौन सा प्रारूप रखना सही रहेगा, मैंने 2027 में होने वाले विश्व कप को ध्यान में रखते हुए वनडे को चुना, लेकिन मुझे अब भी लगता है कि मेरे पास वनडे टीम को देने के लिए बहुत कुछ है, मैंने इस बारे में काफी सोचा था, मुझे लगता है कि शायद यह सही समय था। मैं 35 साल का हो गया हूं। टेस्ट क्रिकेट हमेशा मेरे लिए पहली प्राथमिकता रहा है और आगे भी रहेगा.