सीरीज हारने पर महेंद्र सिंह धोनी पर कप्तानी छोड़ने का दबाव बढ़ जाता: सौरव गांगुली
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम ने न्यूजीलैंड को 3-2 से सीरीज हरा दी

अपनी कप्तानी में सौरव गांगुली ने काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। साल 2003 के विश्वकप के फाइनल में मिली हार से लेकर 2002 के नेटवेस्ट सीरीज में जीत तक गांगुली ने अपनी कप्तानी में अर्श से फर्श तक का सफर तय किया है। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया की 3-2 से जीत पर टीम की तारीफ की है। भारत ने आखिरी वनडे में न्यूजीलैंड की टीम को 190 रनों से हरा दिया। फाइनल मुकाबले में अमित मिश्रा ने टीम के लिए सर्वाधिक पांच विकेट हासिल किए।
मैच के बाद पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि एमएस धोनी के ऊपर बहुत दबाव था, धोनी की कप्तानी में यह लगातार दूसरी सीरीज हार होती, पिछले साल दक्षिण अफ्रीका से मिली हार के बाद। गांगुली ने कहा ‘धोनी सीरीज जीतने पर बेहद खुल होंगे क्योंकि अगर सीरीज हार जाते तो धोनी के ऊपर बहुत दबाव आ जाता और उनके लिए कप्तान बने रहना मुश्किल भरा हो सकता था। ये भी पढ़ें: फाइनल मैच में गेंदबाजों ने दिलाई जीत: महेंद्र सिंह धोनी
धोनी ने बल्ले से भी ठीक प्रदर्शन किया इसलिए वह इस जीत के हकदार थे। लेकिन अगर धोनी की कप्तानी में टीम ये सीरीज हार जाती तो उनके लिए आसान नहीं रहता क्योंकि विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने टेस्ट में बहुत अच्छा खेल दिखाया है।’ गांगुली ने साथ ही रोहित शर्मा की भी तारीफ की कहा कि रोहित ने मुश्किल विकेट पर बहुत अच्छी बल्लेबाजी की और टीम के लिए बहुमूल्य 70 रन बनाए। रोहित काफी अच्छे बल्लेबाज हैं और टीम को उनसे भविष्य में ढेरों उम्मी हैं।आपको बता दें भारत ने आखिरी वनडे में न्यूजीलैंड को हराकर सीरीज 3-2 से अपने नाम की।