ICC के सलाइवा को पूरी तरह बैन करने से गेंदबाजों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा: पैट कमिंस

क्रिकेट नियम के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने हाल ही में अपने संशोधित 2022 संहिता की घोषणा करते हुए लार के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया

By India.com Staff Last Published on - March 20, 2022 3:06 PM IST

दिग्गज तेज गेंदबाज और ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान पैट कमिंस (Pat Cummins) ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर एहतियाती बैन का प्रभाव उतना बड़ा नहीं था, जितना शुरुआती अनुमान लगाया गया था। कमिंस ने ये भी कहा कि अगर लार के उपयोग पर पूरी तरह से बैन लगा दिया जाता है तो भी तेज गेंदबाजों के लिए ‘बड़ी बात’ नहीं होगी.

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मौजूदा समय में दुनिया के शीर्ष गेंदबाजों में से एक कमिंस ने पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच से पहले कहा, “मुझे ऐसा नहीं लगता (लार पर प्रतिबंध से स्विंग गेंदबाजों का प्रदर्शन प्रभावित होगा).”

उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि इसने इतना बड़ा प्रभाव डाला है, जितना हमने सोचा था. हम अभी पसीने का उपयोग कर सकते हैं इसलिए ये बहुत बड़ी बात नहीं है.”

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मई 2020 में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. क्रिकेट नियम के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने हाल ही में अपने संशोधित 2022 संहिता की घोषणा करते हुए लार के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया, जो इस साल अक्टूबर में लागू होगा.

एमसीसी का तर्क है कि उसके शोध के अनुसार, लार लगाने से गेंद की गति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. एमसीसी ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को अनुचित व्यवहार माना जाएगा.