रणजी ट्रॉफी फाइनल में हैट्रिक लेने वाले दूसरे गेंदबाज बने विदर्भ के रजनीश गुरुबानी
रजनीश के सात विकेट हॉल की बदौलत ही विदर्भ टीम रणजी ट्रॉफी 2017-18 के फाइनल में पहुंची है।
शानदार सात विकेट हॉल की मदद से विदर्भ टीम को पहली बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंचाने वाले गेंदबाज रजनीश गुरुबानी ने दिल्ली के खिलाफ फाइनल मैच में हैट्रिक लेकर धमाल मचा दिया। रजनीश रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच में हैट्रिक लेने वाले दूसरे गेंदबाज हैं, उनसे पहले साल 1972-73 में तमिलनाडु के बी कल्याणसुंदरम ने बॉम्बे के खिलाफ फाइनल मैच में ये कारनामा किया था। रजनीश रणजी क्रिकेट के इतिहास में हैट्रिक लेने वाले 76वें गेंदबाज बन गए हैं।
रजनीश ने दिल्ली की पहली पारी में हैट्रिक समेत कुल 6 विकेट चटकाए। सबसे पहले गुरुबानी ने 101वें ओवर की पांचवीं गेंद पर विकास मिश्रा को बोल्ड किया, इसके बाद अगली ही गेंद पर नवदीप सैनी भी बोल्ड आउट हुए। 103वें ओवर में जब रजनीश वापस आए तो पहली ही गेंद पर उन्होंने 150 के करीब पहुंच रहे ध्रुव शोरे को बोल्ड किया। इसी के साथ रजनीश ने अपनी हैट्रिक पूरी की। ताज्जुब है कि तीनों बल्लेबाज बोल्ड आउट हुए। रजनीश ने 24 ओवर में केवल 59 रन देकर कुल 6 विकेट लिए हैं। रजनीश की घातक गेंदबाजी के सामने दिल्ली की टीम 295 पर ऑल आउट हो गई।
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रजनीश विदर्भ के लिए हैट्रिक लेने वाले तीसरे गेंदबाज हैं, उनसे पहले प्रीतम गदे ने 1994 और 2003 में विदर्भ टीम के लिए हैट्रिक ली थी। वहीं टीम इंडिया के प्रमुख तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 2015-16 रणजी सीजन में विदर्भ के लिए हैट्रिक ली थी। गेंदबाजों ने तो अपना काम कर दिया है, अब अगर विदर्भ टीम को खिताब जीतना है तो बल्लेबाजों को बड़ी पारी खेलनी होगी। ताकि अगर मैच ड्रॉ भी हो जाए तो पहली पारी की बढ़त विदर्भ टीम को ही मिले। बल्लेबाजी की सारा दारोमदार कप्तान फैज फजल पर रहेगा।