तीसरे स्पिनर जयंत यादव को मौका देने के लिए रवींद्र जडेजा ने छोड़े अपने ओवर: रविचंद्रन अश्विन
रवींद्र जडेजा ने आईएस बिंद्रा पीसीए स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में करियर की सर्वश्रेष्ठ नाबाद 175 रनों की पारी खेली और फिर मैच में 87 रन लेकर 9 विकेट हासिल किए.
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का मानना है कि साथी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की बल्लेबाजी समय के साथ और भी बेहतर होती जा रही है. जडेजा ने आईएस बिंद्रा पीसीए स्टेडियम में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में करियर की सर्वश्रेष्ठ नाबाद 175 रनों की पारी खेली और फिर मैच में 87 रन लेकर 9 विकेट हासिल किए.
मोहाली टेस्ट में भारत के एक पारी और 222 रनों से जीत हासिल करने के बाद अश्विन ने कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने पिछले चार-पांच सालों में जिस तरह से बल्लेबाजी की है, वो वास्तव में बेहतर हो गए हैं. वो जिस संख्या में बल्लेबाजी कर रहा है वो मेरी राय में थोड़ा कम है. उसकी बल्लेबाजी एक पायदान ऊपर चली गई है. वो जानते हैं कि वो क्या कर रहे हैं और ये जिस तरह से वह बल्लेबाजी कर रहे हैं, ये उनके प्रदर्शन को दर्शाता है.”
अश्विन ने इसके बाद तीसरे स्पिनर जयंत यादव को मैच के तीसरे दिन कुछ ओवर देने के पीछे का कारण बताया. उन्होंने कहा, “बीच में, हम दोनों ने महसूस किया कि जयंत ने बहुत अधिक गेंदबाजी नहीं की है और वो टीम में तीसरे स्पिनर है, रोहित ने उन्हें कुछ ओवर भी दिए. कभी-कभी ये इतना आसान नहीं होता है कि टीम में तीसरा स्पिनर हो और उनका ध्यान रखना महत्वपूर्ण है.”
अश्विन ने कहा, “जडेजा ने फैसला किया कि वो अपने ओवरों को छोड़ देंगे और उन्हें आखिर में डालेंगे जहां मदद मिलेगी और फिर मैंने अपना आखिरी स्पेल छोड़ दिया. जडेजा अपने ओवर को छोड़ने के लिए काफी उदार थे.”
अश्विन ने दोनों पारियों में 2/49 और 4/47 लेने के अलावा बल्ले से शानदार 61 रन बनाए. अपने बेहतर बल्लेबाजी प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए अश्विन ने टिप्पणी की, “मेरे पास चार हफ्ते का ब्रेक था. मैं बल्ले से योगदान देना चाहता था, सकारात्मक रहना चाहता था. मैंने बल्लेबाजी पर काम किया. मुझे अब योगदान देने की उम्मीद है.”
अश्विन, जो मैच के दौरान टेस्ट में भारत के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने, कपिल देव के 434 विकेटों को पीछे छोड़ते हुए तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह के प्रयासों की प्रशंसा की.