Rohit Sharma: रिटायरमेंट को लेकर क्या है रोहित शर्मा का प्लान, हिटमैन का बड़ा खुलासा

रोहित, जिन्होंने 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत के बाद से इसका कोई भी सीज़न नहीं छोड़ा है, ने कहा कि अब लीग में कोई कमजोर टीम नहीं है, यह अपने शुरुआती वर्षों की तुलना में एक उल्लेखनीय बदलाव है.

By Vanson Soral Last Updated on - April 12, 2024 4:28 PM IST

भारत के कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि उनकी योजना कुछ और वर्षों तक क्रिकेट खेलने की है क्योंकि वह 2027 वनडे वर्ल्ड कप जीतना चाहते हैं. पिछले साल 2023 वर्ल्ड कप में सिर्फ एक बुरे दिन के कारण रोहित के हाथ से ट्रॉफी हाथ से निकल गई गई थी. 36 वर्षीय रोहित भारत की 2007 T20 वर्ल्ड कप जीत का हिस्सा थे, लेकिन वह 50 ओवर के वर्ल्ड कप को असली वर्ल्ड कप मानते हैं. पिछले साल अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के हाथों फाइनल में मिली हार से कप्तान रोहित का दिल टूट गया था.

उन्होंने यूट्यूब चैट शो ‘ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस’ में ब्रिटिश पॉप गायक एड शीरन मौजूदगी में कहा, “मैंने वास्तव में रिटायरमेंट के बारे में नहीं सोचा है. लेकिन, मैं नहीं जानता कि जिंदगी आपको कहां ले जाती है. मैं इस समय अच्छा खेल रहा हूं और मैं कुछ और वर्षों तक इसे जारी रखने के बारे में सोच रहा हूं. मैं वास्तव में वह वर्ल्ड कप जीतना चाहता हूं.”

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50 ओवर का वर्ल्ड कप असली वर्ल्ड कप

रोहित ने कहा, “50 ओवर का वर्ल्ड कप असली वर्ल्ड कप है. हम 50 ओवर के वर्ल्ड कप को देखकर बड़े हुए हैं. 2025 में लॉर्ड्स में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल होगा. उम्मीद है, हम इसमें सफल होंगे.” रोहित साल जून में होने वाले T20 वर्ल्ड कप में टीम का नेतृत्व करेंगे. पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहने के बाद वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत की हार को 6 महीने बीत चुके हैं, लेकिन रोहित अभी भी हार के गम से उबर नहीं पाए हैं.

उन्होंने कहा, “यह भारत में हो रहा था. हमने फाइनल तक अच्छा खेला. जब हमने सेमीफाइनल जीता, तो मैंने सोचा, हम खिताब से बस एक कदम दूर थे. मैंने सोचा, वह कौन सी चीज है जो हमें फाइनल में हरा सकती है और ईमानदारी से कहूं तो मेरे दिमाग में कुछ भी नहीं आया.”

एक बुरा दिन

रोहित को बाद में इसका जवाब मिला- मैदान पर एक बुरा दिन. हिटमैन ने कहा, “हम सभी के जीवन में एक बुरा दिन होता है और मुझे लगता है कि वह हमारा बुरा दिन था. हमने सभी मापदंडों पर सही का निशान लगा दिया था, हम अच्छा क्रिकेट खेल रहे थे, आत्मविश्वास था. लेकिन वह एक बुरा दिन था और ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए अच्छा दिन. मुझे नहीं लगता कि हमने उस फाइनल में खराब क्रिकेट खेली थी.”

रोहित ने उन सुझावों को भी खारिज कर दिया कि घरेलू जीत, यहां तक ​​कि शीर्ष टीम पर भी, विदेशी जीत की तुलना में कम है.
उन्होंने समझाया, “घर से बाहर जीतना मुश्किल है. जब आप दूर होते हैं तो वे जीवन कठिन बना देते हैं. अन्य देशों के लिए भी यही बात है क्योंकि जब वे भारत आते हैं तो यह आसान नहीं होता है. आप इसका (घरेलू परिस्थितियों) फायदा उठाना चाहते हैं.”