श्रेयस अय्यर की वजह से गिल को मिला था बड़ा जीवनदान, शतकीय पारी के बाद हुआ खुलासा
Shubman Gill credits Shreyas Iyer: शुभमन गिल ने शतकीय पारी के बाद कहा, उन्हें इसका पता नहीं था कि गेंद कहां लगी है, मगर श्रेयस अय्यर ने उन्हें डीआरएस लेने को कहा.
विशाखापत्तनम. भारत और इंग्लैंड के बीच खेला जा रहा दूसरा टेस्ट रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है. शुभमन गिल की शतकीय पारी से भारत ने दूसरी पारी में 255 रन बनाए, भारतीय टीम ने पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 399 रन का लक्ष्य रखा है. शुभमन गिल का यह शतक काफी खास है, क्योंकि यह शतक लगातार कई फ्लॉप पारियों के बाद आया है. शुभमन गिल ने 331 दिन और 12 पारियों के बाद बाद शतक लगाया है. शुभमन गिल की इस पारी में श्रेयस अय्यर का बड़ा योगदान है. गिल ने शतक के बाद इसका खुलासा किया.
श्रेयस अय्यर ने गिल को बचाया
शुभमन गिल जब चार के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तभी 10वें ओवर में टॉम हॉर्टली की गेंद पर अंपायर ने एलबीडब्लयू की अपील के बाद उन्हें आउट करार दिया, मगर डीआरएस ने गिल को बचा लिया. हॉर्टली की ऑफ स्टंप पर गुड लेंथ को शुभमन गिल ने डिफेंड करने का प्रयास किया, यह गेंद अंदर आई और बैट पर लगने के बाद पैड पर लगी थी. शुभमन गिल ने शतकीय पारी के बाद कहा, उन्हें इसका पता नहीं था कि गेंद कहां लगी है, मगर श्रेयस अय्यर ने उन्हें डीआरएस लेने को कहा, जिसके बाद उन्होंने डीआरएस लिया और वह सुरक्षित रहे.
11वें ओवर में फिर मिला जीवनदान
इसके बाद 11वें ओवर में जेम्स एंडरसन के ओवर में गिल के खिलाफ इंग्लैंड ने डीआरएस लिया था, मगर अंपायर्स कॉल ने उन्हें बचा दिया. दो जीवनदान के बाद गिल ने उसका फायदा उठाया और टेस्ट करियर का तीसरा शतक जड़ दिया.
नंबर तीन के बल्लेबाज का भारत में सात साल बाद शतक
शुभमन गिल ने नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए पहली बार शतक लगाया है, इसके साथ ही उन्होंने एक खास कारनामा भी किया है. सात साल बाद नंबर तीन के बल्लेबाज ने भारत में टेस्ट में बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ा है. आखिरी बार साल 2017 में चेतेश्वर पुजारा ने यह कारनामा किया है.