आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना अब बीसीसीआई का सदस्य बनने के लिए लड़ेगा जंग
बिहार और झारखड़ के बीच भी जारी है बीसीसीआई का सदस्य बनने को लेकर जंग
मुंबई: हैदराबाद क्रिकेट संघ में सही प्रतिनिधित्व और खेलने का मौका नहीं मिलने की बात करते हुए हाल ही में बनाए गए तेलंगाना क्रिकेट संघ (टीसीए) ने बीसीसीआई से एसोसिएट सदस्य का दर्जा हासिल करने का आवेदन किया है। हैदराबाद क्रिकेट संघ बीसीसीआई का पूर्ण सदस्य है।
टीसीए ने कहा , ‘‘ टीसीए मुंबई हाई कोर्ट द्वारा बीसीसीआई के सीओए (प्रशासकों की समिति ) को दिए गए निर्देश से खुश है जिसमें टीसीए के आवेदन पर विचार करने को कहा गया है और उनके पक्ष को सुनकर छह हफ्ते के अंदर फैसला लेने को कहा गया है।’’
खुद को टीसीए का महासचिव बताने वाले धरम गुरूवा रेड्डी ने मीडिया कांफ्रेंस में कहा , ‘‘इसके अनुसार हमारे आवेदन पर सीओए द्वारा विचार किया गया और उन्होंने हमें 15 मई तक अपना प्रतिनिधित्व सौंपने का निर्देश दिया।’’ रेड्डी ने कहा कि टीसीए का गठन 2015 में नए राज्य तेलंगाना के बनने के बाद हुआ था।
बिहार-झारखंड के बीच भी है ऐसा ही विवाद
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने बिहार की टीम को रणजी ट्राफी मुकाबले खेलने की इजाजत दी है। बिहार से अलग होने के बाद बने राज्य झारखंड को लेकर लंबे समय से विवाद चलता आ रहा है। दोनों राज्य सदस्यता को लेकर अपनी-अपनी दावेदारी करते हैं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा था कि दोनों राज्यों के बीच विवाद को लेकर मामले को हम सुलझाएंगे, लेकिन जबतक इसका फैसला नहीं हो जाता खिलाड़ियों के करियर के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
(पीटीआई इनपुट के साथ)