IND vs AUS: पूर्व गेंदबाज ने केएल राहुल के आंकड़ों से दिखाया आईना

47 टेस्ट मैचों में राहुल का औसत महज 33.44 रन का है. उन्हें मौके दिये जाने के कारण शानदार लय में चल रहे शुभमन गिल को प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठना पड़ रहा है.

By Cricket Country Staff Last Updated on - February 21, 2023 8:30 AM IST

केएल राहुल लगातार विफलता के बाद भी भारतीय टेस्ट टीम में बने हुए है जिससे टीम प्रबंधन पर उनका जरूरत से ज्यादा साथ देने का आरोप लग रहा है. भारतीय क्रिकेट में इतनी विफलता के बाद भी शायद ही कोई खिलाड़ी इतने लंबे समय तक टीम में बना रहा हो जो काफी हैरान करने वाला मामला है. दिल्ली टेस्ट में केएल राहुल का बल्ला शांत रहा और जब टीम में सलामी बल्लेबाज की जगह को लेकर कोच राहुल द्रविड़ से सवाल किया गया तो उन्होंने केएल के विदेश धरती पर शानदार आंकड़ों का हवाला दिया.

द्रविड़ ने कहा, “विदेशी दौरों पर राहुल का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है. हर बल्लेबाज खराब दौर से गुजरता है और हमने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को इस वक्त से गुजरते देखा है”. इस बीच पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने आंकड़े सामने रखते हुए द्रविड़ के तर्क पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. वेंकटेश ने केएल राहुल के आंकड़े शेयर करते हुए सवाल पूछा है कि आखिर विदेश में उनके प्रदर्शन को हम कैसे बेस्ट कह सकते हैं.

Powered By 

वेंकटेश प्रसाद ने टीम मैनेजमेंट के इस समर्थन पर सवाल खड़े किए और उन्होंने राहुल के देश और विदेश में आंकड़े साझा करते हुए सवाल पूछा कि आखिर विदेश में उनका प्रदर्शन कैसे बेस्ट माना जा सकता है. वेंकटेश प्रसाद ने ट्वीट में आंकड़े साझा करते हुए लिखा, “ऐसा विचार है कि केएल राहुल का विदेश में बेहतरीन टेस्ट रिकॉर्ड है. लेकिन आंकड़े कुछ और बोलते हैं. उनका विदेश में 56 पारियों में टेस्ट औसत 30 है. उन्होंने विदेश में 6 शतक जमाए हैं. लेकिन उनके बाकी स्कोर वहां न्यूनतम रहे इसलिए उनका औसत 30 है. अब दूसरों के देखते हैं.’

रिकॉर्ड की बात करे तो 47 टेस्ट मैचों में राहुल का औसत महज 33.44 रन का है. उन्हें मौके दिये जाने के कारण शानदार लय में चल रहे प्रतिभाशाली युवा शुभमन गिल को प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठना पड़ रहा है. पिछले पांच में भारतीय टीम की ओर से टेस्ट मैच खेलने वाले सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और मयंक अग्रवाल से तुलना करे तो यहां भी राहुल दोनों से पिछड़ते दिखेगे.

 

राहुल के नाम 81 टेस्ट पारियां हैं और उन्होंने केवल 20 बार 50 रन का आंकड़ा पार किया है, जिसमें सात शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं. मयंक अग्रवाल के पास 36 टेस्ट पारियां हैं और 50 से अधिक की 10 पारियां हैं, जिसमें चार शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं. धवन ने 58 पारियों में 12 बार 50 रन के आंकड़े को पार किया है. उन्होंने सात शतक और पांच अर्धशतक जड़ें है. इसमें गौर करने वाली बात यह है कि 2018 में अपना आखिरी टेस्ट खेलने वाले धवन और मयंक को लगातार चार टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था.

(With PTI inputs)