सहवाग ने जाटों से हिंसा ना करने की अपील की
सहवाग ने हिंसक रास्ता छोड़ अपनी मांगों को संवैधानिक तरीके से प्रस्तुत करने की बात कही

भारत के पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने आरक्षण मुद्दे पर जाटों से हिंसक आंदोलन ना करने की अपील की है। सहवाग ने कहा कि इस कम्यूनिटि के लोग बचाने वाले रहे हैं ना कि तबाह करने वाले। सहवाग जो खुद एक जाट हैं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्वीटर पर ट्विट करते हुए लिखा है कि मैं अपने भाईयों से अपील करता हूं कि अपनी मांगों को रखने के लिए हिंसक तरीके को छोड़ दें और उसको संवैधानिक तरीके से प्रस्तुत करें। हम रक्षक के रूप में जाने जाते हैं ना कि तबाही करने वाले। सहवाग ने आगे लिखा है कि खेल हो या सेना हमने देश को सम्मान बढ़ाया है। हमारा उद्देश्य देश के लिए अच्छा करने का होना चाहिए। ALSO READ: किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटर नियुक्त किए गए सहवाग
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से जाट आरक्षण की मांग कर रहे हैं और इसके लिए उन्होने हिंसा का भी सहारा लिया, जिसकी वजह से जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। हरियाणा के मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और अन्य नेताओं द्वारा शांति की मांग के बाद भी रोहतक, जिंद, भिवानी, झज्जर, सोनीपत और हिसार में हिंसा थमने का नाम ले रही। सहवाग की इस अपील के बाद कुछ फर्क पड़ने की उम्मीद है।
क्रिकेट को अलविदा कह चुके सहवाग आईपीएल-9 में एक नई भूमिका में दिखेंगे। सहवाग इस साल किंग्स इलेवन पंजाब टीम के मेंटोर की भूमिका निभा रहे हैं। सहवाग किंग्स इलेवन पंजाब के लिए पिछले दो सीजन में विस्फोटक सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभा चुके हैं और अब वो टीम के मु्ख्य कोच संजय बांगर के साथ पंजाब टीम के खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करेंगे।