रोहित शर्मा ने किया खुलासा- क्यों प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बन सकते श्रेयस अय्यर; टीम इंडिया को चाहिए ऑलराउंडर
कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि टीम इंडिया को ऑलराउंडर की जरूरत है, जो ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए मध्यक्रम में मजबूती देगा।
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने साफ कहा है कि श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी20 में मौका नहीं देना बहुत मुश्किल था क्योंकि प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह ही नहीं बनती है। रोहित ने कहा कि टीम मैनेजमेंट इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट है कि टीम को ऑलराउंडर की जरूरत है, जो ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप (ICC T20 World Cup 2022) के लिए मध्यक्रम में मजबूती देगा।
रोहित ने कहा, “श्रेयस अय्यर जैसा कोई खिलाड़ी बाहर बैठा है, उनके लिए प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाना मुश्किल हो रहा है, लेकिन हमें बीच में गेंदबाजी करने के लिए किसी और खिलाड़ी की जरूरत थी, इसलिए हम उन्हें मौका नहीं दे सके। इस तरह की प्रतियोगिता के साथ यह हमेशा अच्छा होता है और बहुत सारे खिलाड़ी भी बैठे हुए हैं। मुझे खुशी है कि खिलाड़ियों के बीच इस तरह की प्रतिस्पर्धा चल रही है।”
उन्होंने कहा, “हम श्रेयस के साथ बहुत स्पष्ट हैं और हमने उनसे कहा कि हम चाहते हैं कि वो एक विकल्प के रूप में विश्व कप में जाए। खिलाड़ी समझते हैं कि टीम क्या चाहती है और इसलिए टीम पहले आती है। एक बार जब हर कोई उपलब्ध होता है तो हम बेहतर निर्णय लेने की कोशिश करते हैं।”
रोहित ने ये भी कहा कि प्लेइंग इलेवन का फैसला करने से पहले बहुत सी चीजों को ध्यान में रखा जाता है और कभी-कभी ये बाहर होने वाले खिलाड़ियों के लिए बहुत कठिन हो जाता है।
उन्होंने आगे कहा, “बहुत सी चीजों को ध्यान में रखना है और कभी-कभी ये बाहर होने वाले खिलाड़ियों के लिए बहुत कठिन हो सकता है, लेकिन हम ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के साथ एक स्पष्ट संदेश दें कि उन्हें और मौके देने की जरूरत हैं, क्योंकि हम टीम को पहले रखना चाहते हैं।”
कप्तान रोहित ने पहले टी20 में आक्रामक क्रिकेट खेला और भारत को एक अच्छी शुरुआत दी, लेकिन उनके सलामी जोड़ीदार ईशान किशन अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बहुत दूर थे और क्रीज पर रहने के दौरान रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे।
ईशान की खराब आउटिंग के बारे में पूछे जाने पर रोहित ने कहा कि जब कोई भारत के लिए खेलता है तो बहुत अधिक दबाव होता है और युवा खिलाड़ी को बीच में अधिक सहज होने के लिए कुछ और समय चाहिए।