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KKR vs CSK: कोलकाता के खिलाफ मैच से धोनी होंगे बाहर! लगातार दूसरे दिन भी नहीं की प्रैक्टिस

महेंद्र सिंह धोनी केकेआर के खिलाफ मैच में खेलने उतरेंगे या नहीं ये अभी तक साफ नहीं हुआ है. धोनी दूसरे दिन भी प्रैक्टिस के लिए नहीं आए.

user-circle cricketcountry.com Written by Saurav Kumar
Published: May 06, 2025, 10:50 PM (IST)
Edited: May 06, 2025, 10:50 PM (IST)

MS Dhoni Suspense to Play: दर्शकों के चहेते महेंद्र सिंह धोनी ने लगातार दूसरे दिन अभ्यास नहीं किया जिससे मंगलवार को ईडन गार्डन्स में उमड़े प्रशंसकों को फिर निराशा का सामना करना पड़ा.

हालांकि उनके प्रशंसकों को चेन्नई सुपरकिंग्स के गेंदबाजी कोच एरिक सिमन्स की इस पुष्टि से राहत मिली कि बुधवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग मैच में वह खेलेंगे जो मेजबान टीम के लिए करो या मरो का मुकाबला होगा.

धोनी के खेलने की पूरी उम्मीद

सिमन्स ने कहा कि 43 वर्षीय धोनी ‘ठीक’ हैं और ‘खेलेंगे’ जो इस प्रतिष्ठित मैदान पर उनका आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच हो सकता है. कोच ने कहा, ‘‘हां, उनके कल खेलने की उम्मीद है. एमएस के मामले में, वह अपनी स्थिति को बहुत अच्छी तरह से जानता है. वह जानता है कि वह कहां है. अपनी तैयारियों के मामले में, वह हमेशा किसी टूर्नामेंट की शुरुआत में बहुत मेहनत करता है.’’

सिमन्स ने कहा, ‘‘तो कोई समस्या नहीं है, वह जानता है कि वह कब तैयार है और कब नहीं.’’ कप्तान रुतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने के बाद धोनी कप्तानी की जिम्मेदारी पर लौट आए और सिमन्स ने कहा कि बदलाव सहज रहा है.

धोनी प्रतिभा निखारने में मास्टर

सिमन्स ने कहा, ‘‘आप एमएस धोनी को क्रिकेटर के रूप में देखते हैं, हम हमेशा एमएस धोनी को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखते हैं जो एक असाधारण व्यक्ति है. टीम पर उनका प्रभाव, रुतु को निखारने की उनकी क्षमता, युवा क्रिकेटरों को निखारने की उनकी क्षमता, यही उनकी खासियत है.’’

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सिमन्स ने कहा कि आधिकारिक रूप से कप्तानी नहीं करने पर भी, धोनी की मौजूदगी ही बहुत फर्क डालती है. उन्होंने कहा, ‘‘उनका प्रभाव हमेशा रहता है. अब वह मैदान पर क्षेत्ररक्षण को लेकर अंतिम निर्णय ले रहे हैं लेकिन उनका प्रभाव – चाहे वह कप्तान रहे हों या नहीं – हमेशा बिना किसी दबाव के रहता था. वह खुद को किसी पर थोपते नहीं हैं.’’ सिमन्स ने कहा, ‘‘उनका प्रभाव हमेशा से रहा है इसलिए रुतु के साथ उनके घनिष्ठ संबंध के कारण यह बहुत सहज परिवर्तन था.’’