सचिन सर ने मुझे खेल पर ध्यान रखने की सलाह दी: यशस्वी जयस्वाल
यशस्वी ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मैच में शतक लगाकर भारतीय अंडर-19 टीम को सीरीज जिताई थी।
शानदार शतक लगाकर भारतीय अंडर-19 टीम को श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज जिताने वाले मुंबई के यशस्वी जायसवाल सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानते हैं। जायसवाल को अपने पंसदीदा क्रिकेटर से मिलने का मौका भी मिला। सचिन से मुलाकात को सपना सच होने जैसा बताने वाले जायसवाल ने कहा, “सचिन सर से मिलना सपना सच होने जैसा था। उन्होंने मुझसे 40 मिनट बात की। उन्होंने मुझे अतीत और भविष्य के बारे में ना सोचकर केवल अपने खेल पर ध्यान देने की सलाह दी।”
मुंबई के एक गरीब परिवार से आने वाले यशस्वी इसे अपनी ताकत मानते हैं। उन्होंने कहा, “गरीब परिवार से आने का फायदा ये है कि मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। साथ ही इससे मुझे और ज्यादा मेहनत करने का साहस मिलता है क्योंकि क्रिकेट खेलने के अलावा मेरे पास और कोई विकल्प नहीं है।”
श्रीलंका अंडर-19 टीम के खिलाफ पहले दो मैचों में 16 रन बनाने वाले यशस्वी को टीम से बाहर कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने निराश होने से बजाय और कड़ा अभ्यास किया। और जब उन्हें फाइनल मैच में मौका मिला तो यशस्वी ने 114 रनों की मैचविनिंग पारी खेली। यशस्वी ने कहा, “जब मुझे टीम से निकाल दिया तो मैने अभ्यास सेशन में और ज्यादा ध्यान दिया। मैं दबाव में था लेकिन मुझे भरोसा था कि अगर मुझे मौका मिलेगा, मैं अपना सौ प्रतिशत दूंगा। मैं कोच रमन सर और टीम मैनेजमेंट का शुक्रगुजार हूं जो उन्होंने मुझे इस अहम मैच में मौका दिया।”
एक समय पर पानी पूरी बेचने और टेंट में सोने वाले यशस्वी आज भारतीय क्रिकेट के भविष्य के दिग्गज खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं। 16 साल के यशस्वी जायसवाल का अगला लक्ष्य मुंबई की रणजी टीम में जगह बनाना है।