IND VS SL: टीम इंडिया की हार के पांच बड़े कारण, 27 साल बाद श्रीलंका से सीरीज हारा भारत

श्रीलंका ने तीसरे और आखिरी वनडे मैच में भारत को 110 रन से हराकर वनडे सीरीज पर 2-0 से कब्जा कर लिया है. भारतीय टीम ने 1997 के बाद यानि 27 साल बाद श्रीलंका के खिलाफ सीरीज गंवाई है.

By Akhilesh Tripathi Last Updated on - August 7, 2024 10:01 PM IST

(Image credit- Sri lanka cricket X)

कोलंबो. अविष्का फर्नांडो (96 रन) की शानदार पारी के बाद दुनिथ वेल्लालागे (05/27) की धारदार गेंदबाजी के आगे टीम इंडिया ने एक बार फिर सरेंडर कर दिया और श्रीलंका ने तीसरे और आखिरी वनडे मैच में भारत को 110 रन से हराकर वनडे सीरीज पर 2-0 से कब्जा कर लिया है. भारतीय टीम ने 1997 के बाद यानि 27 साल बाद श्रीलंका के खिलाफ सीरीज गंवाई है. भारतीय टीम ने इस सीरीज में बल्लेबाजी में पूरी तरह निराश किया. टीम इंडिया की हार के पांच बड़े कारण..

01. बल्लेबाजों का फ्लॉप शो

श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी ने पूरी तरह निराश किया. सीरीज के तीनों मैच में बल्लेबाजों ने रन नहीं बनाए. पहले वनडे मैच में भारतीय टीम 230 रन का स्कोर चेज नहीं कर पाई और मुकाबला टाई पर खत्म हुआ. वहीं दूसरे मैच में 241 रन का पीछा करते हुए भारतीय टीम 42.2 ओवर में 208 रन पर सिमट गई. वहीं सीरीज के आखिरी मैच में भी वही कहानी दुहराई गई. 249 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 138 रन पर सिमट गई.

रोहित शर्मा को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज इस सीरीज में नही चल पाया. रोहित शर्मा को छोड़कर कोई और बल्लेबाज अर्धशतक भी नहीं लगा सका. रोहित शर्मा सीरीज में 157 रन बनाकर टॉप पर रहे. उनके अलावा अक्षर पटेल सिर्फ 79 रन ही बना सके. विराट कोहली ने पूरी सीरीज में महज 58 रन बनाए. गिल 57, सुंदर ने 50 रन बनाए. केएल राहुल ने 31 और अय्यर ने महज 38 रनों का योगदान दिया.

02. सीनियर प्लेयर्स ने किया निराश

श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में रोहित शर्मा सहित कई सीनियर प्लेयर टीम का हिस्सा थे, मगर रोहित को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज जिम्मेदारी नहीं निभा सका. विराट कोहली तीन मैच में सिर्फ 58 रन बना सके. वहीं श्रेयस अय्यर ने तीन मैच में 38 रन बनाए. केएल राहुल को पहले दो मैचों मे मौका दिया गया था, केएल राहुल ने पहले मैच में 33 रन बनाए, वहीं दूसरे मैच में वह खाता नहीं खोल सके.

ऋषभ पंत को आखिरी वनडे मैच में मौका दिया गया, मगर लगभग 18 महीने बाद वनडे में वापसी कर रहे पंत सिर्फ छह रन बना सके. सीनियर्स प्लेयर्स के फ्लॉप शो ने टीम इंडिया की नैया डुबोई.

03. गेंदबाजी में नहीं दिखी धार

श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम इंडिया की गेंदबाजी में भी धार नजर नहीं आई. जसप्रीत बुमराह को इस सीरीज में रेस्ट दिया गया था और मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह को वनडे सीरीज में मौका दिया गया, मगर दोनों गेंदबाज प्रभाव नहीं छोड़ सके. वहीं स्पिन गेंदबाजी की बात करें तो कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और वाशिंगटन सुंदर भी श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर हावी नहीं हो सके.

मिडिल ओवर्स में जब टीम इंडिया को विकेट की जरुरत थी, श्रीलंका के बल्लेबाजों ने आसानी से रन बनाए, स्पिन फ्रेंडली पिच पर जिस तरह से श्रीलंका के गेंदबाजों ने गेंदबाजी की, भारतीय गेंदबाज उस तरह की गेंदबाजी नहीं कर सके.

04. श्रीलंका के स्पिनर्स बने अबूझ पहेली

श्रीलंका में वनडे सीरीज के सभी मुकाबले कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया. स्पिन फ्रेंडली पिच पर भारतीय बल्लेबाजी की कलई खुल गई. पहले वनडे मैच में वानिंदु हसंरगा (तीन विकेट) और पार्ट टाइमर गेंदबाज चरिथ असलंका (तीन विकेट) ने टीम इंडिया को झटका दिया, वहीं दूसरी वनडे मैच में जेफ्री वेंडरसे (06 विकेट) ने अकेले टीम इंडिया को पस्त कर दिया.

आखिरी वनडे मैच में दुनिथ वेल्लागे (पांच विकेट) के आगे भारत ने सरेंडर कर दिया. भारतीय बल्लेबाज श्रीलंका के स्पिनर्स को पढ़ने में पूरी तरह नाकाम रहे, जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा.

05. टीम इंडिया का प्रयोग हुआ फ्लॉप

इस वनडे सीरीज में टीम इंडिया की तरफ से कई प्रयोग देखने को मिला. पहले वनडे मैच में वाशिंगटन सुंदर के बैटिंग ऑर्डर में बदलाव देखने को मिला और उन्हें बल्लेबाजी में प्रमोट किया गया. वहीं दूसरे वनडे मैच में भी यह प्रयोग नहीं रूका, इस मैच में शिवम दुबे को बल्लेबाजी करने ऊपर भेजा गया और वह खाता भी नहीं खोल सके.

बल्लेबाजी के बैटिंग ऑर्डर में बदलाव की वजह से श्रेयस अय्यर जो नंबर चार पर खेलते हैं, वह अपनी पोजिशन पर नहीं खेल सके, वही नंबर पांच पर खेलने वाले राहुल और नीचे चले गए. बल्लेबाजी क्रम में बदलाव की वजह से प्रमुख बल्लेबाजों को एडजस्ट करने का मौका नहीं मिला और वह लय में नहीं नजर आए और उन्होंने अपना विकेट गंवाया.