ENG vs IND: लॉर्ड्स टेस्ट में जीत के बाद भी इंग्लैंड को हुआ बड़ा नुकसान, ICC ने की कड़ी कार्रवाई

लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की रोमांचक जीत केबाद भी टीम को बड़ा नुकसान हुआ है. आईसीसी ने इंग्लैंड पर कड़ा एक्शन लेते हुए बड़ा फैसला किया है.

By Saurav Kumar Last Updated on - July 16, 2025 1:16 PM IST

ICC Action on England Team: इंग्लैंड की टीम बुधवार को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) तालिका में एक पायदान नीचे तीसरे स्थान पर खिसक गई क्योंकि लॉर्ड्स में भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में धीमी ओवर गति के कारण उसके दो अंक काट दिए गए.

जीत के बाद भी इंग्लैंड पर लगा जुर्माना

बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली टीम पर टेस्ट के बाद मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया है. इंग्लैंड ने यह मैच 22 रन से जीता था. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अनुसार मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने इंग्लैंड पर यह जुर्माना लगाया क्योंकि उसकी टीम ने निर्धारित समय में दो ओवर कम किए थे. भारत अभी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में चौथे स्थान पर है.

ICC ने लिया कड़ा एक्शन

आईसीसी ने एक बयान में कहा, ‘‘खिलाड़ियों और उनके सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता की न्यूनतम ओवर गति से जुड़ी धारा 2.22 के अनुसार खिलाड़ियों पर उनके द्वारा निर्धारित समय में प्रत्येक ओवर कम फेंकने पर मैच फीस का पांच प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है.’’

इंग्लैंड को हुआ बड़ा नुकसान

इसमें कहा गया है, ‘‘इसके अलावा आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की खेल शर्तों के अनुच्छेद 16.11.2 के अनुसार निर्धारित समय में प्रत्येक ओवर कम होने पर टीम का प्रत्येक ओवर के लिए एक अंक काट दिया गया है. इस तरह से इंग्लैंड के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के कुल अंकों में से दो अंक काट दिए गए हैं.’’

श्रीलंका को हुआ फायदा

विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में इंग्लैंड के से 24 से घटकर 22 हो गए हैं. इस कारण उसका अंक प्रतिशत (पीसीटी) 66.67 प्रतिशत से घटकर 61.11 प्रतिशत हो गया. श्रीलंका को इसका फायदा मिला जिसका प्रतिशत 66.67 है और वह इंग्लैंड को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर पहुंच गया है.

बेन स्टोक्स ने मानी टीम की गलती

ऑस्ट्रेलिया अब तक अपने तीनों मैच जीतकर 100 प्रतिशत अंकों के साथ डब्ल्यूटीसी तालिका में शीर्ष पर है, जबकि भारत का प्रतिशत 33.33 है. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने अपराध स्वीकार कर लिया और प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई जरूरत नहीं पड़ी. मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और शरफुद्दौला इब्ने शाहिद, तीसरे अंपायर अहसान रज़ा और चौथे अंपायर ग्राहम लॉयड ने आरोप लगाए थे.