ENG vs IND: इस चमचमाती ट्रॉफी के लिए भारत-इंग्लैंड में होगी जंग, टाइगर पटौदी को लेकर सचिन ने कही दिल छू लेने वाली बात
भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए आज ट्रॉफी का अनावरण कर दिया गया है. इस मौके पर सचिन ने टाइगर पटौदी को लेकर खास बात कही है.
Sachin Tendulkar and James Anderson
Trophy Unveiled For ENG vs IND: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के आगाज से पहले आज ट्रॉफी का अनावरण कर दिया गया है. इस बार तेंदुलकर-एंडरसन के नाम से यह सीरीज खेली जाएगी. इसके टूर्नामेंट के आगाज से पहले सचिन ने टाइगर पटौदी को लेकर भी खास बात कही है.
मैंने पटौदी परिवार से बात की
तेंदुलकर ने पीटीआई को दिये इंटरव्यू में कहा ,‘‘ मुझे पता है कि बीसीसीआई ने कुछ महीना पहले पटौदी ट्रॉफी को रिटायर किया है . लेकिन जब मुझे पता चला कि इसका नाम मेरे और एंडरसन के नाम पर रखा जा रहा है तो मैने सबसे पहले पटौदी परिवार को फोन किया .’’
टाइगर पटौदी की भूमिका भुलाई नहीं जा सकती
उन्होंने कहा ,‘‘ टाइगर पटौदी ने कई पीढियों को प्रेरित करने में बड़ी भूमिका निभाई है जिसे भुलाया नहीं जा सकता . ’’ पटौदी परिवार श्रृंखला से जुड़ा रहेगा क्योंकि अब विजयी कप्तान को नया ‘पटौदी उत्कृष्टता पदक ’ देने का फैसला किया गया है . यह तेंदुलकर और बीसीसीआई के पूर्व सचिव तथा आईसीसी के मौजूदा चेयरमैन जय शाह और ईसीबी के आला अधिकारियों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद हुआ.
हम उनकी विरासत को जीवित रखने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे
तेंदुलकर ने कहा ,‘‘ मैने उनसे बात की . मैने सब कुछ बताया . मैने यह भी कहा कि पटौदी विरासत को जीवंत रखने के लिये हमें हरसंभव प्रयास करने होंगे . इसके बाद मैने शाह और ईसीबी अधिकारियों से बात करके कुछ सुझाव दिये .’’
उन्होंने कई पीढ़ियों को प्रेरित किया
उन्होंने कहा ,‘‘ क्योंकि पटौदी ने कई पीढियों को प्रेरित करने में बड़ी भूमिका निभाई जिसे भुलाया नहीं जा सकता . मुझे खुशी है कि उनके सम्मान में एक पदक देने का फैसला किया गया है . मुझे खुशी है कि सारे फोन कॉल और बातचीत का सकारात्मक नतीजा निकला .’’
मेरे नाम से ट्रॉफी होने से खुश
उन्होंने कहा ,‘‘ मैने पहली बार 1988 में इंग्लैंड का दौरा किया था . मेरी पहली फ्लाइट मुंबई से लंदन की थी . अब मेरे नाम से वहां ट्रॉफी होने से काफी खुशी हो रही है .’’