ENG vs IND: जब मैनचेस्टर में क्रिकेट फैंस ने देखा 17 साल के सितारे का पराक्रम, हर भारतीय का सीना हो गया था चौड़ा

मैनचेस्टर के मैदान से भारत की कई खुशनुमा यादें जुड़ी हुई है. इसमें से एक खास मौका फैंस ने 1990 में देखा था. जब 17 साल के भारतीय खिलाड़ी ने कमाल किया था.

By Saurav Kumar Last Updated on - July 16, 2025 10:58 AM IST

Sachin Tendulkar First Century: भारतीय टीम फिलहाल इंग्लैंड दौरे पर है. इस दौरे पर टीम को अगला मैच इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेलना है. भारतीय टीम और फैंस का इस मैदान से काफी खुशनुमा यादें जुड़ी हुई हैं. इन्हीं रोचक यादों में एक कहानी है क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले पूर्व महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की.

मैनचेस्टर में सचिन ने मचाई थी तबाही

क्रिकेट जगत में जब भी बल्लेबाजी का जिक्र होगा उसमें सचिन तेंदुलकर का नाम सबसे पहले लिया जाएगा यह तो तय है. सचिन ने दुनिया के हर क्रिकेट मैदान पर बल्ले से जमकर रन बनाए हैं पर क्या आपको पता है सचिन ने अपना पहला टेस्ट शतक मैनचेस्टर के मैदान पर लगाया था.

भारतीय फैंस खुशी से झूम उठे थे

जी हां, भारतीय टीम जिस मैदान पर टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला खेलने उतरेगी. इसी मैदान पर सचिन ने महज 17 साल की उम्र में राज किया था. युवा सचिन ने इस मैदान पर इंग्लिश गेंदबाजों पर जमकर हमला बोला था. उनके पराक्रम को देख भारतीय फैंस का सीना चौड़ा हो गया था.

मैनचेस्टर में सचिन ने ठोका था पहला शतक

भारतीय टीम के लिए सचिन तेंदुलकर ने यह कमाल 1990 के इंग्लैंड दौरे पर किया था. टीम इंडिया अपना दूसरा टेस्ट मैनचेस्टर के मैदान पर खेलने उतरी थी. सचिन दोनों पारियों में कमाल के टच में नजर आ रहे थे. पहली पारी में सचिन ने 136 गेंद पर 8 चौके की मदद से 68 रन बनाए.

मैनचेस्टर में सचिन का दिखाया था मास्टर क्लास

दूसरी पारी में मैनचेस्टर की पिच बल्लेबाजी के लिए काफी मुश्किल हो गई थी. हालांकि कठिन पिच पर सचिन ने 17 साल की उम्र में इंग्लिश टीम को अपना मास्टर क्लास दिखाया.

सचिन के दमपर भारत ने बचाया था मैच

दूसरी पारी में सचिन ने डटकर खेलते हुए 189 गेंद में 17 चौके लगाते हुए 119 रन बनाए. मैनचेस्टर के इस मैदान पर सचिन दूसरी पारी में नॉट आउट रहे. एक समय ऐसा लग रहा था भारतीय टीम यह टेस्ट हार जाएगी लेकिन सचिन ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर यह मैच बचा लिया और भारत इस मुकाबले को ड्रॉ कराने में कामयाब हो पाया.