इन कप्तानों के नाम है सबसे ज्यादा टॉस जीतने का रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा टॉस जीतने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के किसी कप्तान के नाम नहीं है बल्कि इस टीम के कप्तान के नाम है।
कहते हैं कि टॉस जीतना कप्तान और टीम के भाग्य पर निर्भर करता है। इसमें कोई गुरेज नहीं है कि टॉस टीम के मैच जीतने के चांसेज को बढ़ा देता है। हरी भरी पिच पर अगर कोई कप्तान टॉस जीतता है तो वह जाहिर तौर पर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लेगा ताकि शुरुआती ओवरों में वह अपने तेज गेंदबाजों की उछाल और स्विंग का बेहतर इस्तेमाल करते हुए विपक्षी टीम को पिछले कदमों पर धकेल सके। वहीं अगर सपाट विकेट हुई तो कप्तान अक्सर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी टीम को बड़ा से बड़ा स्कोर खड़ा करने के लिए कहता है।
साल 2003 विश्व कप फाइनल में जब टीम इंडिया को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा तो चहुंओर से गांगुली पर यह आरोप लगे कि टॉस जीतकर एक सपाट विकेट पर उन्होंने पहले बल्लेबाजी क्यों नहीं चुनी। जाहिर है कि अगर वह पहले बल्लेबाजी चुनते तो भारतीय टीम बड़ा स्कोर खड़ा करते हुए ऑस्ट्रेलिया को एक बड़ी चुनौती दे सकती थी। लेकिन इस बीच सवाल उठता है कि वनडे, टी20 और टेस्ट में सबसे ज्यादा टॉस जीतने वाले कप्तान कौन से हैं? तो आइए जानते हैं। [ये भी पढ़ें: भारत बनाम इंग्लैंड, तीसरा टी20I, बेंगलुरू(लाइव ब्लॉग): दोनों टीमों का इरादा सीरीज जीतने का होगा]
1. टेस्ट क्रिकेट:
a) ग्रीम स्मिथ: टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक टॉस जीतने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ के नाम है। स्मिथ ने साल 2003 से 2014 तक दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट टीम का कप्तान रहते हुए कुल 109 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान वह कुल 60 मौकों पर टॉस जीतने में कामयाब हुए। स्मिथ का टॉस जीतने का प्रतिशत 55.05 है।
b) एलन बॉर्डर: टेस्ट क्रिकेट में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा टॉस जीतने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर के नाम है। एलन बॉर्डर ने साल 1984 से 1994 के दौरान कप्तान रहते हुए कुल 93 टेस्ट मैच खेले जिनमें 46 मैचों में उन्होंने टॉस जीता। बॉर्डर का टॉस जीतने का औसत इस दौरान 49.46 रहा।
c) रिकी पोंटिंग: ऑस्ट्रेलिया के ही रिकी पोंटिंग ने भी टेस्ट क्रिकेट में खूब टॉस जीते हैं। पोंटिंग ने साल 2004 से 2010 तक बतौर टेस्ट कप्तान 77 मैच खेले जिनमें उन्होंने 37 मैचों में टॉस जीता। इस तरह उनका टॉस जीतने का प्रतिशत 48.05 का रहा। गौरतलब है कि पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया से सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं।
2. वनडे क्रिकेट:
a) रिकी पोंटिंग: ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग वनडे में सबसे ज्यादा टॉस जीतने वाले कप्तान हैं। पोंटिंग ने साल 2002 से 2012 तक बतौर कप्तान कुल 220 मैच खेले जिनमें उन्होंने 124 मैचों में टॉस जीते। इस दौरान उनका टॉस जीतने का प्रतिशत 56.36 का रहा।
b) स्टीफन फ्लैंमिंग: स्टीफन प्लैमिंग वनडे में सबसे ज्यादा टॉस जीतने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। फ्लैमिंग ने साल 1997 से 2007 तक न्यूजीलैंड का कप्तान रहने के दौरान कुल 218 वनडे मैच खेले जिनमें उन्होंने 106 मौकों पर टॉस जीता। इस दौरान उनका टॉस विनिंग प्रतिशत 48.62 का रहा है।
c) अर्जुन रणतुंगा: श्रीलंका के सफलतम कप्तानों में से एक अर्जुन रणतुंगा वनडे में सर्वाधिक टॉस जीतने वाले तीसरे सबसे सफलतम कप्तान हैं। रणतुंगा ने साल 1988 से 1999 के बीच बतौर कप्तान 174 वनडे खेले और 96 मैचौं में टॉस जीता। इस दौरान उनका टॉस जीतने का प्रतिशत 53.37 रहा।
3. टी20 क्रिकेट:
a) एमएस धोनी: भारतीय क्रिकेट टीम के सीमित ओवरों के पूर्व कप्तान एमएस धोनी टी20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा टॉस जीतने वाले कप्तान हैं। धोनी ने साल 2007 से 2016 के बीच कुल 72 टी20 मैचों में कप्तानी की है। इस दौरान उन्होंने 33 मैचों में टॉस जीता है। गौरतलब है कि जब भी धोनी टॉस जीते हैं तो उन्होंने 39.21के औसत से रन बनाए हैं और जब वह टॉस हारे हैं तो उन्होंने 32.50 की औसत से रन बनाए हैं। बतौर कप्तान धोनी ने अपना अंतिम टी20I मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ अगस्त 2016 में खेला था।
b) विलियम पॉटरफील्ड: आयरलैंड क्रिकेट टीम के कप्तान विलियम पॉटरफील्ड टॉस जीतने के मामले में टी20 में दूसरे स्थान पर हैं। पॉटरफील्ड ने इस दौरान कुल 29 मैचों में टॉस जीता और 19 मैचों में उन्होंने टॉस हारा है। लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि वह जब टॉस हारते हैं तो ज्यादा बढ़िया बल्लेबाजी करते हैं।
c) डैरेन सैमी: भले ही डैरेन सैमी अब वेस्टइंडीज की टी20 टीम के कप्तान न हो लेकिन टॉस जीतने के मामले में सैमी अन्य कप्तानों से बहुत आगे हैं। सैमी ने बतौर कप्तान 66 मैचों में कप्तानी की है। जिनमें उन्होंने 41 मैचों में जीत दर्ज की है और 25 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। इस तरह सैमी इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं।