आईपीएल 10, आंकड़ों का प्रिव्यू: फाइनल मैच में उतरते ही एमएस धोनी अपने नाम करेंगे कई बड़े रिकॉर्ड
जब भी अंक तालिक में शीर्ष पर रहने वाली टीम ने क्वालीफायर को जीतते हुए फाइनल में जगह बनाई है वह आईपीएल फाइनल कभी नहीं जीती है।

10 आईपीएल सीजनो में एमएस धोनी सातवीं बार आईपीएल का फाइनल खेलेंगे। जो किसी भी खिलाड़ी के मुकाबले में ये सबसे ज्यादा है। उन्होंने पिछले छह फाइनल मैचों में चेन्नई सुपरकिंग्स की अगुआई की। इस बार वे राइजिंग पुणे सुपरजायंट की ओर से खेलते नजर आएंगे। साथ ही यह पहला मौका होगा जब धोनी एक खिलाड़ी के तौर पर फाइनल में खेलेंग, न कि कप्तान के तौर पर।
चौथी बार रोहित शर्मा आईपीएल फाइनल में खेलेंगे। वह साल 2009 में डेक्कन चार्जस की ओर से फाइनल में खेले थे। इसके अलावा वह मुंबई इंडियंस की ओर से 2013, 2015 और 2017 में फाइनल खेलेंगे। फाइनल मैचों में लगातार सबसे ज्यादा बार खेलने का रिकॉर्ड रिद्धिमान साहा के नाम है। वह साल 2011, 2012 और 2013 में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेले वहीं साल 2014 में किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेले।
यह मुंबई इंडियंस के लिए चौथा आईपीएल फाइनल है। चेन्नई सुपरकिंग्स के बाद वह दूसरी सबसे ज्यादा फाइनल खेलने वाली टीम है। चेन्नई सुपरकिंग्स छह बार फाइनल खेल चुकी है। गौर करने वाली बात ये भी है कि चेन्नई ने आईपीएल के 8 संस्करण खेले हैं बल्कि मुंबई ने 10 खेले हैं।[ये भी पढ़ें: मुंबई इंडियंस बनाम राइजिंग पुणे सुपरजायंट(प्रिव्यू): इतिहास रचना चाहेगी मुंबई इंडियंस]
जब भी रोहित शर्मा किसी टीम की ओर से आईपीएल में खेले हैं उनकी टीम कभी फाइनल में नहीं हारी है। रोहित अबतक कुल 3 आईपीएल फाइनल खेल चुके हैं(डेक्कन चार्जस 2009, मुंबई इंडियंस 2013 और 2015), इस दौरान उनकी टीम तीनों मौकों पर जीती है। अभी तक कोई भी खिलाड़ी चार बार आईपीएल विजेता टीम का अंग नहीं रहा है।
रोहित शर्मा बतौर कप्तान तीसरी बार आईपीएल फाइनल खेलेंगे। टूर्नामेंट के इतिहास में ये कप्तानो में दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। एमएस धोनी 6 फाइनल खेलने के साथ पहले नंबर पर हैं।
यह मुंबई इंडियंस और राइजिंग पुणे सुपरजायंट के बीच टूर्नामेंट में चौथा मुकाबला होगा। यह पांचवां मौका होगा जब दो टीमें एक ही आईपीएल सीजन में चौथी बार एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगी। पिछली बार ये साल 2011 में सीएसके बनाम आरसीबी, साल 2013 और 2015 में सीएसके और मुंबई के बीच, साल 2014 में पंजाब और केकेआर के बीच हुआ है।
धोनी और रोहित ने अब तक 6 टी20 फाइनल जीते हैं। सुरेश रैना और अश्विन ने भी छह जीते हैं। धोनी साल 2007 वर्ल्ड टी20, 2010 और 2011 आईपीएल, साल 2010-11 और 2014-15 में सीएलटी20 और 2015-16 में एशिया कप टी20 में जीतने वाली टीम का अंग रहे हैं। रोहित भी 2007 वर्ल्ड टी20, 2009, 2013 और 2015 आईपीएल, 2013-14 सीएलटी20 और 2015-16 एशिया कप टी20 की विजेता टीम का अंग रहे। रविवार वाले मैच के साथ धोनी या रोहित सात फाइनल मैच जीतने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे।
अभी तक आईपीएल खिताब अपनी टीम को चार विदेशी कप्तानों ने जितवाए हैं। इनमे शेन वॉर्न ने राजस्थान रॉयल्स को 2008 में, एडम गिलक्रिस्ट ने डेक्कन चार्जस को 2009 में, जॉर्ज बैली ने 2014 में किंग्स इलेवन पंजाब को और डेविड वॉर्नर ने साल 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद को। अगर पुणे सुपरजायंट को स्टीवन स्मिथ जितवा देते हैं तो वह यह कारनामा करने वाले पांचवें विदेशी कप्तान होंगे।
जब भी अंक तालिक में शीर्ष पर रहने वाली टीम ने क्वालीफायर को जीतते हुए फाइनल में जगह बनाई है वह आईपीएल फाइनल कभी नहीं जीती है। प्लेऑफ साल 2011 में पहली बार लागू किए गए थे। 6 में से 5 बार टेबल टॉपर हारी है।
गौर करें कि पहला क्वालीफायर हारने के बाद आईपीएल का खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस एकमात्र टीम है। क्या वे एक बार फिर से इसे कर पाएंगे?
तीन टीमों ने अपने पहले प्रयास में आीपीएल का फाइनल जीता है — राजस्थान रॉयल्स 2008, डेक्कन चार्जस 2009, और केकेआर 2012, आरपीएस के लिए यह पहला आईपीएल फाइनल है। वे आईपीएल के इतिहास में फाइनल खेलने वाली नौंवी टीम हैं। अगर वे फाइनल जीतते हैं तो वह पहले प्रयास में फाइन जीतने वाली चौथी टीम बन जाएगी।
नोट: इस लेख में लिए गए आंकड़े क्रिकेटकंट्री के स्टेसटीसियन अभिषेक कुमार ने निकाले हैं।